‘विदेश में जाकर अपने देश की इज्जत नीलाम करने वालों को इसी प्रकार इज्जत मिलती है जैसी अबूधाबी के दैनिक अखबार गल्फ न्यूज ने राहुल गांधी को पप्पू की फोटो छापकर दी है।’ – इस कैप्शन के साथ गल्फ न्यूज अखबार की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। अखबार की यह तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अबू धाबी के इस अखबार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तस्वीर को पप्पू कहकर छापा है। 9 जनवरी के इस अखबार की तस्वीर में राहुल गांधी के कैरिकेचर के साथ ‘‘HOW ‘PAPPU’ LABEL’’ लिखा देखा जा सकता है।
अखबार की इस तस्वीर को कई लोग फेसबुक ही नहीं ट्विटर पर भी कुछ इसी तरह के संदर्भ के साथ शेयर कर रहे हैं। जो लोग इस तस्वीर को शेयर कर रहे हैं, उनमें भाजपा महिला मोर्चा की चेतना उपाध्याय और फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री भी शामिल हैं।
क्या है सच?
इस तस्वीर की पड़ताल के लिए जब हमने गल्फ न्यूज के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को खंगाला, तो हमें वहां 9 जनवरी के अखबार के फ्रंट पेज का पीडीएफ वर्जन मिला। वह वायरल तस्वीर जैसा ही था, लेकिन कैरिकेचर पर कैप्शन लिखा था- ‘HOW PAPPU LABEL HAS CHANGED RAHUL’।
हमें एक और तस्वीर मिली, जिसमें राहुल गांधी अपने इस कैरिकेचर पर साइन करते हुए दिखे।
राहुल गांधी द्वारा साइन किया गया कैरिकेचर उनके द्वारा गल्फ न्यूज को दिए गए एक
एक्सक्लूसिव इंटरव्यूह के साथ पब्लिश किया गया था।
गल्फ न्यूज को दिए गए इंटरव्यूह में राहुल गांधी ने भारतीय अर्थव्यवस्था, 2019 के लिए गठबंधन, आक्रामक राष्ट्रवाद, अल्पसंख्यकों में असुरक्षा और कई अन्य मुद्दों पर बात की।
इस इंटरव्यूह में विरोधियों द्वारा ‘पप्पू’ बुलाए जाने पर भी राहुल ने अपनी बात रखी। इंटरव्यूह में जब उनसे पूछा गया कि क्या ‘पप्पू’ लेबल आपको परेशान करता है, तो उन्होंने कहा कि मैं इससे परेशान नहीं होता। मैं अपने विरोधियों के हमलों की कद्र करता हूं और मैंने उनसे सीखा भी है।
अब यह स्पष्ट है कि गल्फ न्यूज ने राहुल गांधी को पप्पू नहीं कहा था बल्कि उनसे ‘पप्पू’ लेबल पर प्रतिक्रिया ली थी।
हमारी पड़ताल में गल्फ न्यूज द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पप्पू बताने का दावा झूठा साबित हुआ है।