अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानी नागरिक हर कीमत पर देश से निकल जाना चाहते हैं। अब तक हजारों लोग अफगानिस्तान को छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं। इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में बड़ी संख्या में लोग एक गेट से निकलते हुए नजर आ रहे हैं। गेट पर पाकिस्तान का झंडा बना दिख रहा है। वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान बॉर्डर खोले जाने के बाद बड़ी संख्या में अफगानियों ने पाकिस्तान में प्रवेश किया।
क्या हो रहा वायरल-
वीडियो शेयर करते हुए कुछ यूजर लिख रहे हैं, “थोड़ी देर के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों ने अफगानिस्तान पाकिस्तान बॉर्डर खोल दिया उसके बाद का नजारा देखिए।”
वहीं, कुछ यूजर लिखते हैं, “आज पाकिस्तान ने अपना अफगानिस्तान बोर्डर खोल दिया है ये आने वाले समय मे भारत मे प्रवेश कर सकते है। भारत में कांगी, चीन प्रस्त वामी व मुस्लिम इन्हें बुलाने का षडयंत्र करेंगे। यह विपदा शीघ्र आने वाली है। हमें सजग रहना है। नही तो शीतयुध्द हो सकता है।”
क्या है सच्चाई?
पड़ताल के दौरान हमें द टेलीग्राफ के यूट्यूब चैनल पर यही वीडियो मिला, जो 8 अप्रैल, 2020 को अपलोड किया था। इसके कैप्शन में लिखा है, “कोविड-19 प्रतिबंध हटाने के बाद पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर उमड़े हजारों लोग”। वीडियो में बताया गया है कि ये खैबर दर्रे के पास स्थित तोरखम बॉर्डर है। कोरोना केस बढ़ने के चलते ये बॉर्डर करीब दो हफ्ते तक बंद था। इसलिए जब प्रतिबंध हटा, तो हजारों की संख्या में अफगानी पाकिस्तान से अपने घर लौटने के लिए उमड़ पड़े।
पाकिस्तानी अखबार
डॉन के मुताबिक, अफगानिस्तान ने पाकिस्तान से बॉर्डर खोलने की अपील की थी। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने चार दिनों की ढील देते हुए तोरखम बॉर्डर खोल दिया था।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो पाकिस्तान में प्रवेश कर रहे अफगान शरणार्थियों का नहीं, बल्कि कोरोना के दौरान पाकिस्तान से वापस अफगानिस्तान जा रहे लोगों का है।