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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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वसंत पंचमी : आइए डालें एक नजर

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हिन्दू मान्यता के अनुसार वसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन बिना मुहूर्त जाने शुभ और मांगलिक कार्य किए जाते हैं।
 
- वसंत पंचमी के दिन को मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। 
 
- यह दिन वसंत ऋतु के आरंभ का दिन होता है।
 
- देवी सरस्वती और ग्रंथों का पूजन किया जाता है।
 
- नव बालक-बालिका इस दिन से विद्या का आरंभ करते हैं।
 
- संगीतकार अपने वाद्ययंत्रों का पूजन करते हैं।
 
- स्कूलों और गुरुकुलों में सरस्वती और वेद पूजन किया जाता है।
 
* इस दिन बच्चों को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है। 
 
* पितृ तर्पण किया जाता है। 
 
* कामदेव की पूजा की जाती है 
 
* विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। 
 
* पहनावा भी परंपरागत होता है। पुरुष कुर्ता-पाजामा में और स्त्रियां पीले या वासंती रंग की साड़ी पहनती हैं। 
 
* गायन और वादन सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं जो सरस्वती मां को अर्पित किए जाते हैं।


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