Kanwar yatra 2024 : हरिद्वार में गंगाजल भरने के लिए कांवड़ियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा भी उफान पर है। ऐसे कावड़ियों की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ टीम भी तैनात की गई है। इसी टीम में आशिक अली भी हैं जिन्होंने गंगा में डूब रहे कावड़िए मोनू सिंह की जान बचाई।
आशिक अली की ड्यूटी हर की पौड़ी पर है। गंगा के इस घाट पर भारी भीड़ उमड़ती है। जैसे ही उन्हें लगता है कि कोई कावड़िया डूब रहा है, वे तुरंत गंगा नदी में छलांग लगाते हैं और उसे बचा लाते हैं।
ऐसा ही कुछ मोनू सिंह के साथ भी हुआ। स्नान करने के दौरान अचानक गंगा नदी के तेज बहाव की चपेट में आकर बहने लगे जैसे ही आशिक ने उन्हें देखा अपने एक साथी के साथ गंगा में छलांग लगा दी। कुछ ही देर में दोनों ने मोनू को सुरक्षित निकाल लिया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि मोनू सिंह की, आशिक अली ने बचायी जान। यही है असली खबर और असली हिंदुस्तान।
SDRF में तैनात हेड कॉन्स्टेबल आशिक अली देहरादून के सहसपुर के रहने वाले हैं। 2012 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती होने वाले आशिक साल 2021 में SDRF में ही हेड कांस्टेबल बने। वीडियो वायरल होने के बाद कुशल तैराक आशिक अली ने स्पष्ट किया कि डूब रहे शख्स को कोई अकेले नहीं बचा सकता। यह टीम वर्क है।
Edited by : Nrapendra Gupta