कानपुर। कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी के साथ बढ़ रहा है लेकिन इस संक्रमण से डरने की जरूरत नहीं है सिर्फ और सिर्फ कोरोना गाइडलाइन के पालन करने की जरूरत है। यह सामान्य खांसी-जुकाम की तरह रहेगा और फिर चला जाएगा। यह बात आईआईटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक व कोरोना संक्रमण की विभिन्न लहरों में गणितीय मॉडल सूत्र से सही आकलन करने वाले प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने कही।
आईआईटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक व कोरोना संक्रमण की विभिन्न लहरों में गणितीय मॉडल सूत्र से सही आकलन करने वाले अग्रवाल ने बताया कि बीते कुछ दिनों से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। 4 या 10 गुना केस बढ़ना भी खतरनाक नहीं है, क्योंकि वर्तमान में कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों की संख्या प्रदेश के किसी भी जिले में 100 तक भी नहीं है। ऐसे में इतनी बड़ी आबादी के बीच 10 या 20 केस एक्टिव होना कोई खतरा नहीं है। कोरोना भी एक फ्लू है जिसका असर हमेशा दिखाई देगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में आने वाले मरीज भी पूर्व की भांति कोरोना से सीरियस कंडीशन में नहीं हैं। प्रो. अग्रवाल ने कहा कि फ्लू होने या कोरोना से संक्रमित होने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है लेकिन लापरवाही बरतने की भी आवश्यकता नहीं है और डॉक्टरों से सही सलाह लेने के बाद कोरोना गाइडलाइन का पालन करोना भी अतिआवश्यक है।
बताते चलें कि कानपुर में में धीरे-धीरे कोरोना का संक्रमण अपने पैर पसार रहा है। मंगलवार देर रात 3 और लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। सर्दी-खांसी व बुखार जैसे लक्षण मिलने पर उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। 25 मार्च से अब तक कोरोना के 12 केस आ चुके हैं।
Edited by: Ravindra Gupta