बलरामपुर। यूपी के हाथरस के बाद अब बलरामपुर में एक 22 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता की मां के मुताबिक, उनकी बेटी रिक्शा से बेहद दयनीय हालत में घर पहुंची। उसके हाथ में ड्रीप लगी हुई थी। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई।
वेबदुनिया संवाददाता अवनीश कुमार ने बलराम पुलिस अधीक्षक के हवाले से बताया कि मृतका के भाई द्वारा नामजद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मृतका के हाथ पैर तोड़ने संबंधी बात असत्य है। पोस्टमार्टम से इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
DM व SP द्वारा परिजनों से मिलकर सांत्वना दी गई तथा उन्हें 6 लाख 18 हजार रू की मुआवजा राशि का अनुमति पत्र दिया गया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पोल खुलने के डर से दरिंदों ने छात्रा की कमर और दोनों टांगों को तोड़ दिए। पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी मंगलवार को करीब दस बजे कॉलेज में एडमिशन के लिए गई थी। तभी कुछ लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। शाम तक न लौटने पर परिजनों ने उसे फोन करना शुरू किया तो उसका फोन बंद आ रहा था।
काफी देर तक संपर्क नहीं हो पाया तो वह सभी घबरा गए। इसी दौरान उन्होंने देखा कि उनकी बेटी रिक्शे पर बैठकर घर की तरफ आ रही है, लेकिन उसके हाथ में पट्टी थी और उसकी गंभीर स्थिति थी। लड़की की हालत बेहद खराब थी और वो कुछ भी नहीं बोल पा रही थी। उसके हाथ पर ग्लूकोज चढ़ाने वाला ड्रिप लगा हुआ था।
परिजन उसे लेकर स्थानीय डॉक्टर के पास ले गए लेकिन गम्भीर हालात देखते हुए उसने लखनऊ ले जाने को कहा। परिजनों के मुताबिक जिले के तुलसीपुर हॉस्पिटल पहुंचने से पहले रास्ते में उसकी मौत हो गई।