प्रतापगढ़। उत्तरप्रदेश के कानपुर में बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए सब इंस्पेक्टर अनूप कुमार सिंह के घर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र द्विवेदी को देखकर शहीद सब इंस्पेक्टर अनूप सिंह के बच्चे फफक-फफककर रोने लगे। जिसे देखकर अपर पुलिस अधीक्षक की भी आंखें नम हो गईं और उन्होंने बच्चों को अपनी गोद में उठा लिया और उन्हें दुलराते हुए ढांढस बंधाया। इस दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों के अलावा स्थानीय लोगों की आंखें नम हो गईं।
कानपुर में बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए एसआई अनूप कुमार सिंह प्रतापगढ़ के मानधाता थाना अंतर्गत बेलखरी गांव के रहने वाले थे। इनकी प्राथमिक शिक्षा गांव में ही हुई। आगे की पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हुई। वर्ष 2004 में उत्तरप्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती में चयन हुआ।
उसके बाद वे 2011 में एसआई में भर्ती हुए। 2017 में दरोगा के रूप में पहली तैनाती कानपुर नगर में हुई थी। जैसे ही कानपुर से खबर गांव में पहुंची, पूरे परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी नीतू सिंह एवं बेटी गौरी (7), बेटे सूर्यांश सिंह (5) का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शहीद सब इंस्पेक्टर अनूप सिंह के पिता रमेश बहादुर सिंह रिटायर्ड रेलकर्मी और मां जड़ावती सिंह गृहिणी हैं।
अनूप कुमार सिंह के बड़े भाई आलोक कुमार सिंह व्यवसायी हैं जबकि छोटे भाई अनुज कुमार सिंह घर पर रहकर कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहे हैं। परिवार की जिम्मेदारी संभालने वाले अनूप सिंह बेहद ही सरल व मिलनसार थे उनकी शहादत की खबर से जिले में शोक की लहर है।