जो नफरत करे, वह योगी कैसा? राहुल गांधी के Tweet पर योगी आदित्यनाथ ने ऐसे दिया जवाब

Webdunia
मंगलवार, 14 सितम्बर 2021 (22:04 IST)
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'अब्बा जान' वाले बयान की पृष्ठभूमि में मंगलवार को उन पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि 'जो नफरत करे, वह योगी कैसे हो सकता है। दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर अपराधियों के साम्राज्य पर बुलडोजर चलाना नफरत है, तो यह नफरत अनवरत जारी रहेगी।

ALSO READ: PM मोदी ने की CM योगी की तारीफ, कहा- अब यूपी में गुंडों पर लगी है नकेल
 
राहुल गांधी ने योगी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि जो नफरत करे, वह योगी कैसा! इस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया कि जिन्ह कें रही भावना जैसी। प्रभु मूरति तिन्ह देखी तैसी। और हां श्रीमान राहुल जी! अपराधियों और उपद्रवियों के साम्राज्य पर बुलडोजर चलाना अगर नफरत है, तो ए नफरत अनवरत जारी रहेगी। योगी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 'अब्बा जान' वाली टिप्पणी की थी।

ALSO READ: नितिन गडकरी के बेबाक बोल, CM इसलिए दु:खी हैं क्योंकि...
 
पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा था कि अब्बा जान कहने वाले गरीबों की नौकरी पर डाका डालते थे। पूरा परिवार झोला लेकर वसूली के लिए निकल पड़ता था। अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे। राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था। आज जो गरीबों का राशन निगलेगा, वह जेल चला जाएगा। राहुल गांधी ने हाथरस में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या की घटना के एक साल पूरा होने पर एक फेसबुक पोस्ट में प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि न्याय का इंतजार जारी है। हाथरस की बेटी, देश की बेटी।

ALSO READ: रतलाम मंडल पर सीमित संख्‍या में अनारक्षित गाड़ियों के लिए मासिक सीजन टिकट पुन: आरंभ
 
ओवैसी ने भी साधा निशाना : आईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी योगी आदित्यनाथ की 'अब्बा जान' वाली टिप्पणी का उल्लेख करते हुए चुटकी लेते कहा कि यह 'बाबा' की ओर से ध्रुवीकरण की रणनीति थी। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा, कैसा तुष्टिकरण? प्रदेश के मुसलमानों की साक्षरता-दर सबसे कम है, मुस्लिम बच्चों का Dropout rate सबसे ज़्यादा है। मुस्लिम इलाक़ों में स्कूल-कॉलेज नहीं खोले जाते। अल्पसंख्यकों के विकास के लिए केंद्र सरकार से बाबा की सरकार को 16207 लाख रुपए मिले थे, बाबा ने सिर्फ 1602 लाख रुपए खर्च किया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

MCD महापौर मामले में AAP ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्रालयों का बंटवारा, हर्ष संघवी को गृह और कनुभाई देसाई को मिला वित्त विभाग, जानिए किसे कौनसा मंत्रालय मिला

भूपेन्द्र पटेल दूसरी बार बने गुजरात के मुख्‍यमंत्री, एक महिला मंत्री ने भी ली शपथ

Gujarat : गांधीनगर में कल भूपेंद्र पटेल का शपथ ग्रहण, PM मोदी भी रहेंगे मौजूद, ये विधायक ले सकते हैं मंत्री पद की शपथ

हिमाचल में प्रतिभा सिंह के 'हाथ' से कैसे फिसल गई CM की कुर्सी?

अगला लेख
More