रायबरेली। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को जनता से धर्म और जाति के नाम पर वोट मांगने वाले नेताओं से सावधान रहने की अपील की।
उन्होंने रायबरेली के जगतपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ प्रदेश में हुनर है, नौजवान हैं, उपजाऊ जमीन है, दूसरी तरफ किसानों की परेशानी, महिलाओं पर अत्याचार, बेरोजगारी, दलितों पर अत्याचार है। यह सब क्यों हो रहा है क्योंकि जो राजनीति आपके सामने आई है, वह सिर्फ आपको गुमराह करने वाली राजनीति है।
उन्होंने कहा, जो नेता हैं, वे समझ नहीं रहे कि उनका काम क्या है। वे सोच रहे हैं कि 5 साल बाद यहां आएंगे, धर्म की बात करेंगे, आपके जज्बातों को उभारेंगे, आपको असुरक्षित महसूस कराएंगे, आपकी जाति की बात करेंगे और आपका वोट पा लेंगे।
कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि भाजपा आम लोगों की सेवा करने के अपने 'राजधर्म' को भूल गई है और केवल बड़े कारोबारियों के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों से मिलने की जहमत नहीं उठाई और जब चुनाव नजदीक थे तभी उन्होंने विरोध करने वाले किसानों से माफी मांगी और तीनों कृषि कानून वापस लिया।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी हमला करते हुए प्रियंका ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने तीन साल के काम में उन्हें कभी लोगों के लिए काम करते नहीं देखा।
उन्होंने आरोप लगाया, अखिलेश यादव अपने घर से कभी नहीं निकलते और चुनाव से ठीक पहले वह वोट मांगने के लिए अपनी बस में निकले हैं। पिछले तीन वर्षों में महिलाओं के साथ बलात्कार हुए लेकिन अखिलेश यादव और (बसपा प्रमुख) मायावती कहीं नहीं दिखे।