UP : आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने भाजपा से दिया इस्तीफा, 3 मंत्रियों सहित 8 विधायकों ने छोड़ा BJP का साथ
, गुरुवार, 13 जनवरी 2022 (15:20 IST)
लखनऊ। चुनाव से पहले भाजपा को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने पार्टी छोड़ दी है। उनके समाजवादी पार्टी में जाने की खबरें हैं। डॉ. धर्म सिंह सैनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब 3 मंत्री सहित 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।
फर्जी पोस्ट से हड़कंप : उत्तरप्रदेश में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद गीता शाक्य के समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने संबंधी फर्जी पोस्ट डालने का एक मामला यहां चौबिया थाने मे दर्ज कराया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह ने गुरुवार को बताया कि जसवंतनगर निवासी भाजपा कार्यकर्ता अनुज शाक्य ने रोहित शाक्य नामक युवक के खिलाफ धारा 504 ओर 505 के तहत चौबिया थाने में मुकदमा दर्ज कराया है जिसकी जांच चौबिया थाने के सब इंस्पेक्टर रावेंद्र सिंह को सौंपी गई है। आरोपी की तलाश की जा रही है।
आरोप है कि राज्यसभा सदस्य गीता शाक्य के भाजपा छोड़कर के सपा की सदस्यता ग्रहण करने संबंधी फर्जी पोस्ट फेसबुक पर डाली गई जिसके बाद अनुज ने रोहित से पोस्ट हटाने को कहा जिस पर उसने अनुज को धमकी देना शुरू कर दिया।
इस पूरे प्रकरण को गीता शाक्य के संज्ञान में लाया गया और उनकी सलाह पर जसवंतनगर के भाजपा नेता विवेक शाक्य और मीडिया प्रभारी के साथ अनुज ने चौबिया थाने में मुकदमा दर्ज कराया। गौरतलब है कि गीता शाक्य को हाल ही में भाजपा की चुनाव समिति में पदेन सदस्य के तौर पर मनोनीत किया गया है।
श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के पद से इस्तीफा देने के बाद गीता शाक्य के भी भाजपा छोड़ कर के समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने संबंधी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। इस बारे में गीता शाक्य ने कहा कि वह भाजपा की कर्मठ कार्यकर्ता है और उनके बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है।
शाक्य और मुकेश वर्मा ने दिया इस्तीफा : औरैया जिले में बिधूना सीट से विधायक विनय शाक्य ने गुरुवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले शिकोहाबाद से भाजपा विधायक डॉ. मुकेश वर्मा ने भी पार्टी में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भेजे इस्तीफे में शाक्य ने खुद को योगी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को अपना नेता बताते हुए पार्टी पर दलितों और पिछड़ों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। शाक्य ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को 11 जनवरी की इस्तीफा भेज दिया था। लगभग एक समान मजमून वाले इस्तीफे में जिक्र किया गया है।
भाजपा की प्रदेश सरकार द्वारा अपने पूरे पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और न उन्हें उचित सम्मान दिया गया। इतना ही नहीं, शाक्य और डॉ. वर्मा ने खुद को मौर्य का समर्थक भी बताते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य शोषित पीड़ितों की आवाज हैं। वे हमारे नेता हैं।
अगला लेख