रूठा है तो मना लेंगे, बिगड़ा है तो वोटर को बहला लेंगे। इस बात को सही साबित करने के लिए भाजपा के दिग्गज यूपी विधानसभा चुनाव में पूरी तरह उतर आए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करने और जाटों का वोट साधने, आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद मथुरा पहुंचे हैं, तो वहीं यूपी के सीएम बिजनौर में घर-घर पहुंचे और जनता से कमल पर वोट देने की अपील की।
अमित शाह यूपी के शहरों में जगह-जगह प्रभावी मतदाता संवाद कर रहे हैं और डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। यूपी में प्रथम चरण का मतदान 10 फरवरी को 58 सीटों के लिए होना है। वेस्ट यूपी के मेरठ और सहारनपुर मंडल की अधिकांश सीटें जाट बाहुल्य हैं। जाट समुदाय की संख्या पूरे प्रदेश में लगभग 5 प्रतिशत, जबकि अगर बात वेस्ट यूपी की करें तो इनकी संख्या करीब 18 फीसदी तक हो जाती है। जाट पश्चिमी यूपी की करीब 100 विधानसभा और लोकसभा की एक दर्जन सीटों पर प्रभावी असर रखते हैं।
वेस्ट यूपी किसानों का बेल्ट है और यहां जाट समुदाय के वोट बीजेपी के लिए कितने जरुरी हैं, इसको ऐसे समझा जा सकता है कि अमित शाह ने बीते मंगलवार को दिल्ली में जाट नेताओं के साथ के बैठक कर नाराजगी का कारण जाना और दूर करने की कोशिश भी की है। रूठे जाटों को मनाने के लिए वे मथुरा पहुंचे। गृहमंत्री मथुरा की पतली-संकरी गलियों में घूमे और भाजपा प्रत्याशियों के लिए घर-घर जाकर वोट मांगे। अमित शाह ने बांके बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय गृहमंत्री, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत बड़े नेताओं का फोकस यूपी को विजय दिलाना है। अब देखना होगा कि किसान आंदोलन के बाद बैकफुट पर आई भाजपा को किसानों और जाटों का कितना साथ मिलता है।