नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए शनिवार को कहा कि बागवानी, पशुपालन, मधुमक्खी पालन और मत्स्यपालन को बढ़ावा देकर ऐसा किया जा सकता है तथा इसके लिए उन्होंने 16 सूत्री कार्ययोजना की घोषणा की।
सीतारमण ने संसद में वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड की भी सुविधा देने का प्रस्ताव किया। जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों को जल्दी बाजार में पहुंचाने के लिए वातानुकूलित 'किसान रेल और किसान उड़ान' सेवा शुरू करने तथा सागर मित्र और मत्स्यपालक उत्पादक संगठनों के माध्यम से मछली उत्पादन बढ़ाने की घोषणा की।
'कुसुम' योजना के तहत किसानों को पंप सेट चलाने के लिए डीजल और किरासन पर निर्भरता समाप्त होगी और वे सौर ऊर्जा से इसे चला सकेंगे। देश के 20 लाख किसानों सोलर पंप सेट लगाने के लिए मदद दी जाएगी तथा 15 लाख किसानों को उनके ग्रिड से जुड़े पंप सेट को सौर ऊर्जा आधारित किया जाएगा।
वित्तमंत्री ने कहा कि किसानों को उनके बंजर और बेकार की जमीन पर सौर ऊर्जा उत्पादन केंद्र की स्थापना के लिए सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 6.11 करोड़ किसानों को बीमा सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
वित्तमंत्री ने कहा कि कृषि को प्रतिस्पर्धी बनाकर किसानों को समृद्ध किया जा सकता है। इसके लिए कृषि बाजार को उदार बनाना होगा तथा इसके बाधाओं को दूर करना होगा। बागवानी उत्पाद खाद्यान्न उत्पाद से बढ़ गया है और यह 31 करोड़ टन हो गया है। इसके मद्देनजर बेहतर बाजार सुविधा और निर्यात को ध्यान में रखकर 'एक जिला एक उत्पाद' पर ध्यान दिया जाएगा। पीएम किसान योजना में शामिल किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना में शामिल किया जाएगा।
वर्ष 2020-21 के दौरान किसानों 15 लाख करोड़ रुपए की ऋण सुविधा उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है। सरकार वर्ष 2025 तक पशुओं में मुंहपका खुरपका बीमारी तथा भेड़ बकरियों की पीपीआर बीमारी को समाप्त करेगी।