काबुल। तालिबान के तरजुमान जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एक बड़ा बयान देते हुए दावा किया कि ओसामा बिन लादेन अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हुए 9/11 के हमलों का शामिल नहीं था। अफगानिस्तान में तालिबान में वापसी के साथ ही दुनियाभर में एक बार फिर कुख्यात आतंकी संगठन अलकायदा का खतरा बढ़ गया है।
एनबीसी से बात करते हुए इस तालिबानी नेता ने कहा कि जब लादेन अमेरिकियों के लिए मुसीबत बना, तो वह अफगानिस्तान में था। उसके खिलाफ हमले में शामिल होने का कोई सबूत नहीं था।
जबीहुल्लाह मुजाहिद से जब पूछा गया कि क्या तालिबान गारंटी दे सकता है कि अफगानिस्तान अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों का फिर से मेजबान नहीं बनेगा, जिसने 9/11 के हमलों को अंजाम दिया? तो उसने कहा कि हमने कई बार कहा है कि अफगानिस्तान की धरती पर आतंकवाद को महफूज पनाह नहीं मिलेगी।
इस बीच ट्रंप प्रशासन में आंतकवाद रोधी मिशन के वरिष्ठ निदेशक रहे क्रिस कोस्टा का कहना है, अलकायदा को एक अवसर मिला है और वह इसका लाभ उठाने की कोशिश करेगा।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अलकायदा ने तालिबान को बधाई दी है। अलकायदा ने अपने बयान में अमेरिका को आक्रमणकारी और अफगान सरकार को उनका सहयोगी बताया है।