Biodata Maker

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

काबुल एयरपोर्ट पर महंगाई की मार, 1 प्लेट चावल 7500 रुपए में, भूख से तड़प रहे हैं लोग

Advertiesment
हमें फॉलो करें Afghanistan crisis
, गुरुवार, 26 अगस्त 2021 (09:33 IST)
काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान राज आते ही लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। ज्यादा से ज्यादा लोग जल्द से जल्द देश छोड़ना चाहते हैं। देश से निकलने का एक ही रास्ता है। यहां की सुरक्षा अमेरिकी सैनिकों के पास है। काबुल एयरपोर्ट पर करीब ढाई लाख लोग जमा है जो हर हाल में अफगानिस्तान छोड़कर जाना चाहते हैं।
 
मीडिया खबरों के अनुसार, काबुल एयरपोर्ट पर खाना और पानी के दाम आसमान छू रहे हैं। यहां एक पानी की बोतल 40 डॉलर यानी 3000 रुपए में मिल रही है। जबकि चावल की एक प्लेट के लिए 100 डॉलर यानी 7500 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं।
 
एयरपोर्ट पर फिलहाल अफगानिस्तान की करेंसी नहीं ली जा रही है, केवल डॉलर में भी भुगतान हो रहा है। ऐसे में अफगानियों के लिए एयरपोर्ट पर भी मुश्किलें लगातार बढ़ रही है।
 
शहर से एयरपोर्ट के बीच के रास्ते पर तालिबान की कड़ी नजर है। एयरपोर्ट तक पहुंचने में 5 से 6 दिन का समय लग रहा है। अगर एयरपोर्ट के अंदर चले भी गए तो प्लेन में जगह मिलने में 5 से 6 दिन लग जाते हैं। 
 
Afghanistan crisis
खबरों के अनुसार काबुल से अब तक 82,300 लोग सुरक्षित बाहर निकाले जा चुके हैं। अफगानिस्तान में मौजुद 6000 अमेरिकियों में से 4500 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हाल ही में तालिबान ने कहा था कि अगर अमेरिका अपना अभियान 31 अगस्त तक खत्म नहीं करता है तो उसका अंजाम बुरा हो सकता है।
 
क्या बोला तालिबान : तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्होंने एयरपोर्ट तक जाने वाली सड़कें ब्लॉक कर दी हैं। अफगान अब एयरपोर्ट तक नहीं जा पाएंगे। सिर्फ विदेशी नागरिकों को ही उस सड़क से एयरपोर्ट तक जाने की इजाजत होगी। हालांकि मुजाहिद ने कहा कि जो लोग एयरपोर्ट से घर लौटना चाहते हैं, उन्हें कोई सजा नहीं दी जाएगी।
 
Afghanistan crisis
अमेरिका और ब्रिटेन की चेतावनी : अमेरिका और ब्रिटेन की सरकार ने काबुल हवाईअड्डे पर आतंकवादी हमला होने की आशंका व्यक्त करते हुए, अफगानिस्तान में अपने नागरिकों को हवाईअड्डे से दूर रहने को कहा है। लोगों से कहा गया है कि हवाईअड्डा क्षेत्र से लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और अगले आदेश का इंतजार करें।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

31 अगस्त के बाद अफगानिस्तान में छूटे लोगों का क्या होगा?