एडिलेड: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक से जुड़ी बहस को विराम देते हुए कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में दोनों विकेटकीपर “निश्चित रूप से” खेलेंगे।
उल्लेखनीय है कि टीम में फिनिशर की भूमिका निभाने वाले कार्तिक सुपर-12 के शुरुआती चार मैचों में एकादश का हिस्सा रहे थे, लेकिन जिम्बाब्वे के खिलाफ पिछले मैच के लिये पंत को टीम में शामिल किया गया था।
रोहित ने यहां संवाददाताओं से कहा, “ऋषभ एकमात्र खिलाड़ी है, जिसे इस दौरे पर खेलने का मौका नहीं मिला था, सिवाय उन दो मैचों के जो हमने पर्थ में खेले। वह भी एक अभ्यास मैच था। हम उन्हें विकेट पर समय देना चाहते थे और सेमीफाइनल या फाइनल में बदलावों के लिये एक विकल्प भी रखना चाहते थे।”कार्तिक ने जहां अपनी तीन पारियों में जहां 4.67 की औसत से रन बनाये, वहीं पंत जिम्बाब्वे के खिलाफ सिर्फ तीन रन का योगदान दे सके थे।
उन्होंने कहा, “यह हमारी रणनीति भी थी क्योंकि हम यह नहीं जानते थे कि जिम्बाब्वे के मैच के बाद हम किस टीम से सेमीफाइनल में खेलेंगे, इसलिए हम एक बाएं हाथ के बल्लेबाज को न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के स्पिनरों स्पिनरों का मुकाबला करने का मौका देना चाहते थे। कल क्या होने वाला है यह मैं आपको आज नहीं बता सकता, लेकिन दोनों विकेटकीपर खेल का हिस्सा होंगे।”
भारतीय कप्तान ने इस अवसर पर सूर्यकुमार यादव के विस्फोटक अंदाज की भी तारीफ की और कहा कि उन्हें बड़े मैदानों पर खेलना पसंद है। सिर्फ 20 माह पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण करने वाले सूर्यकुमार भारत के प्रमुख खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने भारत के लिये अपना पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला था और सेमीफाइनल में भी भारत को इंग्लैंड का सामना करना है।
रोहित ने कहा, “सूर्यकुमार इसी तरह बल्लेबाजी करना पसंद करता है, चाहे हमारा स्कोर 10/2 या 100/2 हो। वह बाहर जाकर खुद को अभिव्यक्त करना पसंद करता है और शायद यही कारण है कि वह पिछले (टी20) विश्व कप में टीम में था। हमारा विश्व कप बहुत अच्छा नहीं गया, लेकिन जैसा कि उसने विश्व कप के बाद प्रदर्शन किया है, उसके लिये कोई बंदिश नहीं है।”
उन्होंने कहा, “उसने काफी परिपक्वता दिखाई है। उसने अपने खेलने के तरीके से बहुत से लोगों से दबाव हटाया है। जो लोग उसके साथ बल्लेबाजी करते हैं उनपर भी इसका असर पड़ता है। वह समझता है कि उसे बड़े मैदान पर खेलना पसंद है। वह छोटे मैदानों पर खेलना नापसंद करता है। उसे छोटी बाउंड्री, छोटे मैदान पसंद नहीं हैं, वह दो खिलाड़ियों के बीच जगह बनाकर गेंद निकालना उसकी विशेषता है। मेरा मानना है कि वह बड़ा फासला देखना पसंद करता है और यही उसकी ताकत है।”रोहित ने कहा कि मंगलवार को नेट्स में बल्लेबाजी करते हुए चोट लगने के बाद उनके हाथ में “थोड़ी खरोंच है, लेकिन अब वह बिल्कुल ठीक हैं।”
कप्तान रोहित ने हरफनमौला अक्षर पटेल की गेंदबाजी का बचाव करते हुए कहा, “नीदरलैंड के खिलाफ मैच को छोड़कर, उसने अपने कोटे के पूरे ओवर नहीं फेंके, केवल परिस्थितियों के कारण। हमारे पास चार तेज गेंदबाज हैं जिन्होंने विशेष रूप से अपने कोटे में गेंदबाजी की है, जिसका मतलब है कि स्पिनर अपने ओवर नहीं फेंकेंगे।”
उन्होंने कहा, “अगर आप परिस्थितियों को देखें तो सिडनी को छोड़कर हमने जितने भी मैदानों पर खेला है, उनमें तेज गेंदबाजों के लिए बहुत कुछ है, जिसका मतलब है कि हमें कभी भी पावरप्ले में अक्षर को गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला जो उनकी विशेषता है।”
रोहित ने कहा कि वह अक्षर की गुणवत्ता को समझते हैं इसलिये उन्हें बाएं हाथ के स्पिनर की क्षमता पर संदेह नहीं है।(वार्ता)