गैंगनुएंग (दक्षिण कोरिया)। रूस ने आज यहां जर्मनी को रोमांचक मैच में 4-3 से हराकर 26 साल बाद शीतकालीन ओलंपिक में पुरुष ऑइस हॉकी का खिताब जीता और फिर बर्फ पर अपने देश का प्रतिबंधित राष्ट्रगान गाया। किरील कापरिजोव ने पावर प्ले गोल करके अपनी टीम को जीत दिलाई।
इस तरह से रूसी पुरुषों ने प्योंगयोंग खेलों में एकमात्र स्वर्ण पदक जीता। रूस की तरफ से सर्वाधिक गोल करने वाले इलिया कोवालचुक ने कहा, ‘रूस में हर कोई मैच पर नजर गड़ाये हुए था और वे जश्न मना रहे हैं। सोमवार का दिन रूस में छुट्टी का दिन होगा।’ रूस के कप्तान पावेल दात्सयुक ने कहा, ‘यह बेहद महत्वपूर्ण पल है। हम सभी बहुत खुश हैं।’
रूस ने 1992 में अल्बर्टविले खेलों में आखिरी बार हॉकी का स्वर्ण पदक जीता था। तब उसने एकीकृत टीम के रूप में हिस्सा लिया था। व्यवस्थित डोपिंग के कारण रूस पर प्रतिबंध लगा है और इसके कारण रूसी ध्वज की बजाय ओलंपिक ध्वज और रूसी राष्ट्रगान के स्थान पर ओलंपिक गीत बजा लेकिन रूसी खिलाड़ियों ने अपने समर्थकों के साथ राष्ट्रगान गाया। (भाषा)