नई दिल्ली। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदकधारी शटलर साइना नेहवाल ने अपने ‘भविष्य के लक्ष्यों’ को हासिल करने के उद्देश्य से पूर्व कोच पुलेला गोपीचंद की अकादमी में ट्रेनिंग करने का फैसला किया है। साइना ने आज अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी घोषणा की।
साइना ने कहा, ‘कुछ समय से मैं अपना ट्रेनिंग बेस गोपीचंद अकादमी में बनाने के बारे में सोच रही हूं और मैंने इसके बारे में गोपी सर से भी चर्चा की और मैं शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने दोबारा से मेरी मदद करने पर सहमति जता दी है।’
उन्होंने कहा, ‘अपने करियर के इस चरण में, मुझे लगता है कि वह मेरे लक्ष्यों को हासिल करने में मेरी मदद कर सकते हैं।’ 27 वर्षीय चैम्पियन शटलर ने इंचियोन 2014 एशियाई खेलों से पहले राष्ट्रीय कोच गोपीचंद से अलग होने और बेंगलुरू में विमल कुमार के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग करने का फैसला किया था।
साइना ने लिखा, ‘मैं विमल सर की भी बहुत शुक्रगुजार हूं कि जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में मेरी मदद की। उन्होंने मुझे विश्व की नंबर एक रैंकिंग में पहुंचने में सहायता की और साथ ही विश्व चैम्पियनशिप में दो पदक, 2015 में रजत और 2017 में कांस्य दिलाने तथा कई सुपर सीरीज खिलाब हासिल करने में मदद की।’
अपने गृहनगर हैदराबाद में वापसी से खुश साइना ने अपने दोस्तों से खुद का समर्थन जारी रखने का आग्रह किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘गृहनगर हैदराबाद में ट्रेनिंग करने को लेकर मैं बहुत खुश हूं, मेरा समर्थन करते रहना दोस्तों।’ साइना डेनमार्क में 2014 विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद गोपीचंद से अलग हो गई थीं जो पहली बार हुआ था।
वर्ष 2011 में साइना ने भास्कर बाबू के साथ ट्रेनिंग शुरू की थी लेकिन अपने फैसले पर पछताते हुए तीन महीने के अंदर गोपीचंद अकादमी में लौट गई थीं। वर्ष 2012 में उन्होंने गोपीचंद के मार्गदर्शन में लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। (भाषा)