नई दिल्ली। दंगल फिल्म के लिए आमिर खान और अन्य कलाकारों को कुश्ती में पारंगत करने वाले इंदौर के कृपाशंकर पटेल को पिछले दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर अपनी पोस्ट के लिए भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) ने नोटिस थमाया था। उसके उलट रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) ने अपने काबिल कोच की सेवाएं लेने का फैसला किया है। रेलवे बोर्ड ने 59वें अखिल भारतीय अंतर रेलवे कुश्ती चैम्पियनशिप के लिए कृपाशंकर को 'ज्यूरी अपील' व वजन–ड्रॉ प्रभारी नियुक्त कर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
इससे पूर्व भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अर्जुन अवॉर्ड धारक पूर्व पहलवान कृपाशंकर पटेल को संघ का अपमान करने और उसके चिन्ह की तुलना खच्चर से करने पर कारण बताओ नोटिस भेजा था और सात दिन के अंदर उनका पक्ष लिखित रूप में रखने को कहा था। नोटिस का जवाब देने के बाद फिलहाल इस कोच को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
रेलवे कुश्ती चैंपियनशिप 2017 को आसानी से संचालित करने के लिए रेलवे बोर्ड ने अपने सर्वश्रेष्ठ निर्णायकों और विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया है। 59वें अखिल भारतीय अंतर रेलवे कुश्ती चैम्पियनशिप का आयोजन 10 से 13 अक्टूबर तक उदयपुर में होना है।
उत्तर पश्चिम रेलवे खेलकूद संघ के तत्वावधान में होने वाली चैंपियनशिप की तैयारी राजस्थान की लेकसिटी कहे जाने वाले शहर में अभी से शुरू कर दी गई है। यह पहली बार है जब रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड ने प्रतियोगिता के निदेशक, वेट-ड्रॉ इनचार्ज और जूरी अपील के लिए अलग-अलग योग्य विशेषज्ञों को नियुक्त किया है।
रेलवे कुश्ती चैम्पियनशिप को जवाबदेह बनाने और तकनीकी कार्य में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड ने चार सदस्यों की एक जूरी का गठन किया है, जिसमें इंदौर के अर्जुन अवॉर्डी पहलवान कृपाशंकर पटेल (पश्चिम रेलवे) के अलावा अर्जुन अवॉर्डी सुजीत मान (उत्तर रेलवे), चंद्रविजय (उत्तर पूर्वी रेलवे) और सत्यदेव मलिक (पश्चिम रेलवे) को शामिल किया है। जूरी के चारो सदस्यों की जिम्मेदारी प्रतियोगिता में किसी भी तरह के विवाद को तकनीकी रूप से हल करने के लिए होगी।
रेलवे कुश्ती चैम्पियनशिप में तकनीकी और पारदर्शिता में सुधार के लिए रेलवे बोर्ड ने ज्यूरी की अहम जिम्मेदारी के अलावा भी कृपाशंकर पटेल (पश्चिम रेलवे) को अतरिक्त वजन-ड्रॉ प्रभारी व सत्यदेव मलिक (पश्चिम रेलवे) को प्रतियोगिता निदेशक के रूप में नियुक्त किया है।
रेलवे बोर्ड के खेल अधिकारी संजय ओहलान को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। संजय कुमार ओह्लान बताते है की देश के सबसे बेहतर व सर्वश्रेष्ठ पहलवान रेलवे के पास हैं। जब सबसे सर्वश्रेष्ठ पहलवानों का मुकाबला आपस में होता है तो ऐसे में निर्णायकों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है उनके लिए सही व सटीक निर्णय लेना एक चुनौती बन जाती है। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने अपने विशिष्ट निर्णायको और विशेषज्ञों को चुना है।
ओह्लान ने कहा, की पिछले वर्ष यह प्रतियोगिता पुणे में हुई थी, जिसमें सेंट्रल रेलवे की टीम विजेता बनी थी। भारत के लिए खेलने वाले पहलवानों में सबसे अधिक पहलवान भारतीय रेलवे के हैं, इसलिए उदयपुर में होने वाले कुश्ती प्रतियोगिता में ऐसे पहलवान आएंगे जो कि भारत का प्रतिनिधित्व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कर चुके हैं।
इनमें रियो ओलिंपिक में देश के लिए कांस्य जीतने वाली साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप के पदक विजेता बजरंग पूनिया, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट ओलम्पियन हरदीप सिंह, अर्जुन अवॉर्डी व कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट रविंद्र सिंह, अर्जुन अवार्डी सत्यव्रत कादयान, अर्जुन अवॉर्डी व कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट विनेश फोगाट, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट विनोद कुमार, नरेश कुमार, अर्पणा बिश्नोई, पूजा, नवजोत कौर, किरण बिश्नोई, ललिता शेरावत, के साथ ही सभी रेलवे जोन से 260 से अधिक पहलवान भाग लेंगे।