कोयम्बटूर। देश भर में चली चयन प्रक्रिया के बाद छह प्रतिभाशाली महिला चालकों का चयन किया गया है, जो इस साल टीम अहुरा के लिए जेके टायर-एमएमएससीआई नेशनल रेसिंग चैम्पियनशिप में हिस्सा लेंगी।
अहुरा रेसिंग के मालिक और पूर्व चालक सरोश हटारिया की पहल से इस टीम में शामिल महिला चालक एलजीबी-4 फार्मूला कार कटेगरी में हिस्सा लेंगी। जेकेएनआरसी में दूसरे साल इस तरह की सम्पूर्ण महिला टीम हिस्सा ले रही है।
इस टीम में शामिल दो महिलाएं नताशा पुरी और ओजस्वी मेहता मुम्बई से हैं जबकि दो दिल्ली (शिवानी गौरव और अमन जुब्बल) से हैं। इसी तरह बेंगलुरु (प्रगति बी.) और देहरादून (अनुश्रिया गुलाटी) से एक-एक चालक हैं। ये सभी 26 जुलाई को यहां के कारी मोटर स्पीडवे पर अपना फन दिखाएंगी।
जेके टायर मोटरस्पोर्ट्स के प्रमुख संजय शर्मा ने कहा, हम रेसिंग परिवार में एक और महिला टीम का स्वागत करते हुए हर्ष महसूस कर रहे हैं। बीते साल महिलाएं प्रतियोगिता में अलग रोमांच लेकर आई थीं। मैं आश्वस्त हूं कि इस साल भी इन महिलाओं का जबरदस्त प्रभाव रहेगा। यह युवा लड़कियों को मोटरस्पोर्ट्स में हमारी प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है। बीते कुछ सालों में जिन लड़कियों ने तरक्की की है और आज कठिन प्रतिस्पर्धी बन चुकी हैं उनमें स्नेहा शर्मा और मीरा एर्डा प्रमुख हैं।
टीम अहुरा ने अपनी टीम के चयन के लिए जोनल आधार पर ट्रॉयल आयोजन किए। गुरुग्राम (उत्तर), मुम्बई (मध्य) और बेंगलुरु (दक्षिण) से 75 से अधिक चालकों की परीक्षा ली गई। इनमें युवा और अनुभवी दोनों शामिल थीं। ये सभी हालांकि कार्ट चलाती थीं और अब एलजीबी-4 एफ कार चलाने को तैयार हैं। हर जोन से 20 सबसे तेज चालकों को अंतिम चयन प्रक्रिया के लिए बुलाया गया। इन सबको अभ्यास के लिए पर्याप्त समय दिया गया। इस बार उन्हें एलजीबी-4 एफ कार चलाने का मौका मिला।