गोल्ड कोस्ट। गोलाफेंक और चक्काफेंक के लिए जरूरी उपकरण नहीं मिलने पर भी हार नहीं मानते हुए कुक आईलैंड की एक खिलाड़ी ने नारियल का इस्तेमाल करके तैयारी की।
कुक आईलैंड के सबसे घनी आबादी वाले द्वीप रारोटोंगा की एक पुलिस अधिकारी तेरीपी तापोकी ने यह हल निकाला है। उसके पास अभ्यास के लिए चक्का या गोला नहीं था तो उसने नारियल को आजमाया।
उसने कहा, 'हमारे पास चक्का या गोला तो था नहीं तो हमने नारियल फेंककर अभ्यास किया। चक्का सपाट होता है जबकि नारियल गोल तो यह थोड़ा मुश्किल था।'
तापोकी ने 2004 एथेंस ओलंपिक और 2008 बीजिंग ओलंपिक में भाग लिया था और यहां राष्ट्रमंडल खेलों में चक्काफेंक और गोलाफेंक दोनों में उतरेगी।
वह मेलबर्न खेलों में 11वें स्थान पर रही थी लेकिन गर्भवती होने के कारण दिल्ली में 2010 और ग्लास्गो में 2014 खेलों से बाहर रही थी। (भाषा)