गोल्ड कोस्ट। राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय दल को राहत देते हुए सीरिंज विवाद में मुक्केबाजी टीम के डॉक्टर अमोल पाटिल को फटकार लगाकर छोड़ दिया, क्योंकि उन्हें थके हुए मुक्केबाजों को विटामिन इंजेक्शन देने के बाद सुइयां नष्ट नहीं करने का दोषी पाया गया।
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने सीजीएफ अदालत में सुनवाई के बाद जारी बयान में कहा कि राष्ट्रमंडल खेल महासंघ की अदालत ने डॉक्टर अमोल पाटिल के खिलाफ सीजीएफ मेडिकल आयोग की शिकायत पर सुनवाई की। उन पर खेलों की ‘नो नीडल पॉलिसी’ के उल्लंघन का आरोप था।
इसमें कहा गया जांच के तहत डॉक्टर ने पुष्टि की कि उन्होंने थके हुए खिलाड़ियों को इंजेक्शन से विटामिन बी कॉम्प्लेक्स दिए थे। इसमें आगे कहा गया, सीजीएफ अदालत ने फैसला लिया कि सीजीएफ को संबंधित डॉक्टर को कड़ी फटकार लगानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा न होने पाए। (भाषा)