आज के दौर में एक ओर जहां यह देखा जाता है कि किसी दुर्घटना में फसें आदमी को बचाने की बजाए लोग उसका वीडियो निकालने में व्यस्त हो जाते हैं, फिनलैंड और डेनमार्क के बीच खेले गए .यूरो 2020 के एक फुटबॉल मैच में दोनों ही टीम के खिलाड़ियों ने खेल भावना और मानवतावादी परिचय दिया।
उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम फिनलैंड के खिलाफ अपने यूरो 2020 के शुरुआती मैच के दौरान दोबारा थ्रो लेने की कोशिश के दौरान मिडफील्डर एरिक्सन पिच पर गिर गए थे। डेनमार्क टीम के कप्तान साइमन काजर ने अपने साथी को तत्काल चिकित्सा सहायता देने के बाद प्रशंसा के पात्र बने हैं। शुरुआत में मेडिकल टीम के सदस्यों ने एरिक्सन को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिसस्कीटेशन) देने की कोशिश की थी।
इस दौरान गोपनियता की खातिर दोनों ही टीम के खिलाड़ी घेरा बनाकर खड़े थे ताकि मीडिया इस हादसे की फोटो ना ले पाए। यही नहीं जब उन्हें स्ट्रेचर से बाहर लाया जा रहा था तो भी खिलाड़ियों ने उनको घेर रखा था और इस ही कवर के साथ उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया।
मैच को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया था। हालांकि इसके चलते दोनों टीमें काफी देर के बाद मैच का दूसरा हाफ खेलने के लिए मैदान पर लौटीं थी। स्ट्राइकर जोएल पोहजानपालो के 60वें मिनट में किए गए गोल की बदौलत फिनलैंड ने मैच में 1-0 से जीत दर्ज की थी।
वहीं डेनमार्क के मिडफील्डर क्रिश्चियन एरिक्सन काे अस्पताल में भर्ती कराया गया । फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। डेनिश फुटबॉल संघ (डीबीयू) ने रविवार को इसकी पुष्टि की।डॉक्टरों ने एक बयान में यह पुष्टि की थी कि उन्हें मैदान के बीच में दिल का दौरा आया था।
डीबीयू ने टि्वटर पर जारी एक बयान में कहा, “ आज सुबह हमने क्रिश्चियन एरिक्सन से बात की है, जिन्होंने अपने साथियों को शुभकामनाएं भेजी हैं। उनकी हालत स्थिर है और उन्हें आगे के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
इस घटना के बाद स्टेडियम में क्रिश्चियन एरिक्सन के फैन्स को रोते हुए भी देखा गया था। अभी भी इस स्टार खिलाड़ी के स्वास्थ्य के लिए दुआओं का दौर जारी है।