साउथम्पटन:साउथम्पटन के मुख्य क्यूरेटर साइमन ली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिये तेज और उछाल वाली पिच तैयार करना चाहते हैं जिसमें बाद में स्पिनरों को भी कुछ मदद मिलेगी।डब्ल्यूटीसी फाइनल 18 जून से भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा।
ली ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, 'इस टेस्ट के लिये पिच तैयार करना थोड़ा आसान है क्योंकि यह तटस्थ स्थल है, हमें आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के निर्देशों का पालन करना है लेकिन हम अच्छी पिच तैयार करना चाहते हैं जिसमें दोनों टीमों के बीच बराबरी का मुकाबला हो। ' उन्होंने कहा, 'निजी तौर पर मैं ऐसी पिच तैयार करना चाहता हूं जिसमें गति और उछाल हो। ' ली ने कहा, 'इंग्लैंड में ऐसा करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि अधिकतर समय मौसम साथ नहीं देता है लेकिन इस मैच के लिये भविष्यवाणी अच्छी है। काफी धूप रहेगी इसलिए हमें उम्मीद है कि इसमें तेजी होगी और अधिक रोलर न चलाने पर यह कड़ी पिच होगी।' दोनों टीमों के पास उच्च क्षमता के तेज गेंदबाज हैं और ली मैच में हर समय उनका प्रभाव देखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, 'तेजी लाल गेंद की क्रिकेट को रोमांचक बनाती है। मैं क्रिकेट प्रशंसक हूं और मैं ऐसी पिच तैयार करना चाहता हूं जिसमें क्रिकेट प्रेमी प्रत्येक गेंद देखना चाहता हो, चाहे वह शानदार बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी में बेहतरीन स्पैल। ' ली ने कहा, 'यदि गेंदबाज और बल्लेबाज के बीच कौशल की जंग होती है तो फिर एक मेडन ओवर काफी रोमांचक हो सकता है। इसलिए यदि पिच से कुछ तेजी और उछाल मिलती है लेकिन बहुत अधिक एकतरफा मूवमेंट नहीं होता है तो मुझे खुशी होगी। ' स्पिन विभाग में भारत का पलड़ा भारी है। उसके पास रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के रूप में दो विश्वस्तरीय स्पिनर हैं। ली ने कहा कि मैच आगे बढ़ने के साथ स्पिनरों की भूमिका भी होगी।
उन्होंने कहा, 'जैसा मैंने कहा कि मौसम की भविष्यवाणी अच्छी है और यहां पिचें बहुत जल्दी शुष्क पड़ जाती है क्योंकि यहां की मिट्टी में थोड़ा बजरी भी है। इससे स्पिन हासिल करने में भी मदद मिलती है। '
गौरतलब है कि भारत बनाम न्यूजीलैंड का आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल मैच लॉर्ड्स में खेला जाना था लेकिन बीसीसीआई के हस्तक्षेप के बाद साउथहम्प्टन के एजेस बाउल में इसके खेले जाने की घोषणा हुई।
कारण यह था कि साउथम्पटन की पिच इंग्लैंड की दूसरी पिचों की तुलना में धीमी है और न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां स्पिनरों की भूमिका अहम होगी।
इससे पहले भारतीय दर्शक तीन महीने पहले ही इस चिंता में पतले हो रहे थे कि लॉर्ड्स जैसी घास भरी पिच पर टीम इंडिया न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों को कैसे खेल पाएगी। लेकिन अब मामला पहले जैसा हो गया है अगर क्यूरेटर ने उछाल लेती हुई पिच बना दी तो मैच भारत के लिए फंस सकता है। हालांकि एक अच्छी बात यह है कि पिच पर घास की मौजूदगी पर क्यूरेटर ने कुछ नहीं कहा है उम्मीद है कि पिच पर कम से कम घास होगी।(भाषा)