नई दिल्ली। भारत के एकमात्र ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा एक दशक से अकेले इस क्लब में शामिल हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि टोकियो 2020 ओलंपिक में इसमें कुछ और खिलाड़ियों का इजाफा होगा। बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक में अगस्त में ही इतिहास रचा था और तब से 10 साल के दौरान कोई भी यह उपलब्धि हासिल नहीं कर सका लेकिन वह इसकी उम्मीद लगाए हैं और उम्मीद जारी रखेंगे।
बिंद्रा ने कहा कि मैं युवा खिलाड़ियों के मेरे साथ इस उपलब्धि में शामिल होने की उम्मीद कर रहा हूं। मैं इस बारे में सकारात्मक हूं और एथलीट के तौर पर मैं हमेशा उम्मीद लगाए रखूंगा। उम्मीद है कि 2 वर्षों में हमें कुछ और ओलंपिक चैंपियन देखने को मिलेंगे। इस 35 साल के खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रतिष्ठित एथलीट आयोग में शामिल किया गया है। वे अब व्यवसायी हो गए हैं और अभिनव बिंद्रा हाई परफॉरमेंस सेंटर चलाते हैं।
बिंद्रा ने उन पलों को याद करते हुए कहा कि निश्चित रूप से वो मेरी जिंदगी का शानदार लम्हा था, मैंने 15 साल तक इसका सपना देखा था। उम्मीद करता हूं कि यह भारतीय खिलाड़ियों को जीत के लिए प्रेरित करेगा। मेरा समय अब नहीं है। मैं उम्मीद करता हूं कि भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदा पीढ़ी प्रेरणा लेगी और यह उन्हें जीतने के लिए प्रेरित करेगी।
आईओसी के एलीट आयोग में नियुक्ति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मुझे 2 दिन पहले ही इसमें शामिल किया गया है और मैं इसके लिए उत्सुक हूं। बिंद्रा को 2014 में अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघों (आईएसएसएफ) के एथलीट आयोग का भी चेयरमैन चुना गया था और वे यह सम्मान हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं।