Surya Grahan 2023 Mantra : 20 अप्रैल 2023 गुरुवार के दिन अमावस्या के साथ ही सूर्य ग्रहण भी है। सूर्य के 10 शुभ मंत्रों का जाप कर ग्रहण का शुभ फल प्राप्त किया जा सकता है। आओ जानते हैं 10 प्रमुख मंत्र।
20 अप्रैल 2023 गुरुवार को होने वाले सूर्य ग्रहण का स्पर्शकाल, पुण्यकाल, मोक्ष काल क्या रहेगा और क्या होगा राशियों पर इसका असर... भारत में ग्रहण न दिखने पर भी उस दिन सूर्य मंत्रों का जाप करना उचित होगा...
मंत्र :
1. ॐ घृणिं सूर्य्य: आदित्य:।
2. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
3. ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
4. ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ।
5. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः।
6. विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥
7. तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन। हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥
8. ॐ सूर्याय नम:।
9. ॐ घृणि सूर्याय नम:।
सूर्य ग्रहण समय : यह सुबह 7:04 से दोपहर 12:29 तक लगेगा।
इस ग्रहण के स्पर्श काल, पुण्य काल और मोक्ष काल की कुल अवधि 5 घंटे 24 मिनट की रहने वाली है।
यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
भारत में नहीं दिखाई देने के कारण इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा। जहां दिखाई देगा वहां सूतक काल मान्य है।
मेष राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, वृश्चिक राशि, और मकर राशि के जातकों पर सूर्यग्रहण नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।
वृषभ राशि, मिथुन राशि, धनु राशि, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर इस सूर्य ग्रहण का शुभ प्रभाव देखने को मिलेगा।
यह ग्रहण हिन्द महासागर, दक्षिण प्रशांत महासागर, चीन, ताइवान, मलेशिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया, फिलिपींस, कंबोडिया, वियतनाम, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अंटार्कटिका, अमेरिका, जापान, फिजी, माइक्रोनेशिया, समोआ, सोलोमन, बरूनी, पापुआ न्यू गिनी में दिखाई देगा।