हालांकि वर्ष में प्रत्येक महीने शिव उपासना किसी न किसी रूप में चलती ही रहती है लेकिन पूरा श्रावण का महीना शिव उपासना का ही महीना कहलाता है। जो देवों के भी देव हैं वही महादेव हैं अर्थात् भगवान शिव हैं।
सोमवार को शिव उपासना की कृपा प्राप्ति का द्वार माना गया है। विशेषकर श्रावण मास के चार सोमवार का विशेष महत्व रहता है। जानिए श्रावण सोमवार के व्रत का क्या मिलता है फल :-
1. श्रावण मास के सभी सोमवार को व्रत करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य प्राप्ति का वरदान मिलता है। अपने पति एवं पुत्र के जीवन की रक्षा के लिए यह व्रत रखा जाता है।
2. अविवाहित, कुंवारी कन्याएं अगर श्रावण सोमवार का व्रत रखती हैं तो उन्हें अच्छे वर की प्राप्ति होती है।
3. नौकरीपेशा, व्यापारी, गृहस्थ द्वारा श्रावण सोमवार के व्रत रखने से अपार धन, लक्ष्मी की प्राप्ति तथा धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
4. छात्र-छात्राओं तथा बेरोजगारों को सोमवार का व्रत रखने तथा शिव जलाभिषेक करने से विद्या तथा बुद्धि की प्राप्ति होती है।
5. बेरोजगार जातकों को रोजगार और करियर की रुकावट दूर होकर अच्छी उन्नति होती है तथा उनकी मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है।
6. बुजुर्ग भक्तों द्वारा सोमवार व्रत रखने से मोक्ष प्राप्ति के मार्ग स्वत: ही खुल जाते हैं।