- यूक्रेन की आबादी के 2% से ज्यादा लोगों ने वतन छोड़ा
-
इनमें से 6.5 लाख यूक्रेनियों ने पोलैंड में ली शरण ली
रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे वॉर में जहां दोनों देशों को तो नुकसान हो ही रहा है, लेकिन यूक्रेन के आम लोगों को जो इस युद्ध से तबाही मिल रही है, वो सबसे ज्यादा भयावह और दुखद है।
इस जंग को 9 दिन बीत गए है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (UNHCR) ने पलायन के आकड़ें जारी किए हैं, इन आकड़ों के मुताबिक रूसी हमले के बाद से 8 दिन में करीब 10 लाख नागरिकों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 100 साल में कभी इतनी तेज गति से इतना बड़ा पलायन नहीं हुआ।
UNHCR के मुताबिक, पलायन करने वाले लोगों का आंकड़ा यूक्रेन की आबादी के 2% से भी ज्यादा है।
यूक्रेन के नागरिक रोमानिया, पोलैंड, मोलडोवा, स्लोवाकिया और हंगरी में शरण ले रहे हैं। इनमें सबसे अधिक 6.5 लाख यूक्रेनियों ने पड़ोसी देश पोलैंड की शरण ली है। वहीं, 53 हजार शरणार्थी रूस भी पहुंचे हैं।
वर्ल्ड बैंक के मुताबिक, 2020 के अंत में यूक्रेन की आबादी 4.4 करोड़ थी। UNHCR ने आशंका जाहिर की है कि अगर हालात और बिगड़ते हैं तो करीब 40 लाख लोग दूसरे देशों में शरण लेने को मजबूर हो सकते हैं।
रूस के हमले के कारण यूक्रेन का हवाई क्षेत्र 24 फरवरी से ही बंद है। कई देश अपने स्टूडेंट्स और नागरिकों को वहां से निकालने के लिए पड़ोसी देशों में विमान भेज रहे हैं। भारत भी रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड से विशेष विमानों के जरिए अपने स्टूडेंट्स को निकाल रहा है।