रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध के दौरान अभी भी कई भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिन्हें स्वदेश लाने का काम सरकार लगातार कर रही है। ऐसे हालात में हर कोई अपनी स्वदेश वापसी की कोशिश में लगा हुआ है। इस बीच स्वदेश वापसी को लेकर उत्तर प्रदेश के 2 दोस्तों की दोस्ती मानवता की मिसाल बनी हुई है।
खबरों के अनुसार, युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के 2 दोस्तों में से एक को जंग शुरू होने से 2 दिन पहले भारत वापसी का अवसर मिला और एक दोस्त का किसी वजह से टिकट नहीं हो पाया, लेकिन दोनों की दोस्ती गहरी होने के कारण उन्होंने एकसाथ लौटने का निर्णय लिया और एक दोस्त ने अपना टिकट कैंसल कर दिया।
दोनों दोस्त इवानो स्थित फ्रेंकविस्क नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले साल दोनों की दोस्ती यूक्रेन की राजधानी कीव के एयरपोर्ट पर हुई थी। बाद में दोनों एकसाथ यूनिवर्सिटी के होस्टल में रहने लगे। हालांकि अब दोनों दोस्त भारत वापस लौट चुके हैं और अपनी पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं।
दोनों दोस्त सरकार से मेडिकल पढ़ाई को लेकर एक अच्छा फैसला लेने की गुहार लगा रहे हैं, ताकि उनका साल बर्बाद न हो। भारत वापसी के बाद परिवार ने कहा कि हमेशा इसी तरह की दोस्ती रखना, कभी हिन्दू-मुस्लिम मत करना।फिलहाल इन दोनों की दोस्ती मानवता की मिसाल बनी हुई है।