लवीव। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यूक्रेन का देश का दर्जा खतरे में है। उन्होंने पश्चिमी प्रतिबंधों को रूस के खिलाफ युद्ध की घोषणा करार देते हुए कहा कि कब्जे में आए बंदरगाह शहर मारियुपोल में आतंकी घटनाओं की वजह से संघर्षविराम भंग हुआ।
इस बीच, यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया कि शनिवार को रूसी सेना ने मरियुपोल में बमबारी तेज कर दी और वह कीव के उत्तर स्थित चेरनीहीव के रिहायशी इलाकों में शक्तिशाली बम गिरा रही है।
पुतिन ने कहा कि जो वे (यूक्रेनी) कर रहे हैं और अगर उसे जारी रखा तो वे यूक्रेन के देश के दर्जे पर सवाल उठाने का आह्वान कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो इसके लिए वे पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने रूस की अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचाने और उसकी मुद्रा को कमजोर करने के लिए लगाए जा रहे प्रतिबंधों पर पश्चिमी देशों को आड़े हाथ लिया।
पुतिन ने रूसी विमानन कंपनी एयरोफ्लोट के फ्लाइट अटेंडेंट के साथ हुई मुलाकात में कहा, लगाए जा रहे प्रतिबंध युद्ध की घोषणा के समान हैं।
वहीं, यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया कि रूसी तोपखाने और विमानों ने बमबारी कर लोगों की निकासी के कार्य को बाधित किया जबकि पुतिन ने यूक्रेन पर इस प्रक्रिया को ध्वस्त करने का आरोप लगाया।
यू्क्रेन में सैकड़ों युवक सेना में शामिल होने के लिए कतार में : युद्ध की विभीषिका के दौरान यूक्रेन की राजधानी कीव में सैकड़ों पुरुष देश की सेना में शामिल होने के लिए कतार में खड़े नजर आ रहे हैं। यूक्रेन की सरकार ने एक आदेश जारी कर 18 से 60 साल के उम्र के पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है ताकि सैन्य कार्यों के लिए उनकी उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
हालांकि, वेलोदिमिर ओंनिस्को जैसे कुछ युवा हैं जो स्वयं युद्ध के लिए तैयार हैं। उसने ब्रिटेन के स्काई न्यूज से बातचीत में कहा, 'हम जानते हैं कि किस वजह से यहां मौजूद हैं। हम जानते हैं कि क्यों हम अपने देश की रक्षा कर रहे हैं। हमारे आदमी वास्तव में वहां खड़े हैं और रूसी सैनिकों से लड़ रहे हैं।'
वहीं, ब्रिटिश सेना से अवकाशप्राप्त मार्क आयरिस भी यूक्रेन की मदद करने के लिए पहुंचे है। उन्होंने कहा कि मैं भ्रम में नहीं हूं। मुझे युद्ध से प्रेम नहीं है और न ही मैं कोई नायक बनने या बदलाव करने आया हूं...लेकिन यह वह कार्य है जो मैं करूंगा।