प्यार के धोखे कैसे डसते हैं,
शायद तुमको मालूम होगा।
नींद तो मेरी टूट गई है,
तेरी नींद का क्या होगा।
साथ होता तो थपकी देता,
सीने पर दिल रख सो जाती।
कुछ पल तो मैं भी खुश रहता,
ये वक्त बताएगा क्या होगा।
मेरी हंसी तो रूठ गई है,
तेरी हंसी का क्या होगा।
साथ होता तो खुश कर देता,
मेरी बातों पर हंस देती।
उसी पलों में मन खो जाता,
ये वक्त बताएगा क्या होगा।
मेरा दिल तो दूर चला गया,
तेरे दिल का क्या होगा।
पास होता तो थाम लेता,
गद-गद हो जाता ललचाता जिया।
खुशी के मोती मैं चुग लेता,
ये वक्त बताएगा क्या होगा।
आंधी ने मुझको ठेल दिया है,
तेरे सहारे का क्या होगा।
पास होता तो बाहों में बाहें कर,
मन की बातें कह देता।
कब झरने से आंसू बंद होंगे,
ये वक्त बताएगा क्या होगा।