26 January 76th Republic Day Beating Retreat Ceremony: 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र की स्थापना हुई। इस बार वर्ष 2025 में 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत राष्ट्रपति के काफिले के आगमन के साथ होती है। राष्ट्रपति अपनी विशेष कार से आते हैं, इनके आसपास उनके स्पेशल घुड़सवार अंगरक्षक चलते हैं। इसके बाद राष्ट्रपति महोदय या महोदय द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है। उस समय विशेष घुड़सवार अंगरक्षक समेत वहां मौजूद सभी लोग सावधान की मुद्रा में शांत खड़े होकर तिरंगे को सलामी देते हैं। फिर राष्ट्रगान की शुरुआत होती है। राष्ट्रगान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाती है। इसके बाद परेड प्रारंभ होती है। परेड में सेना के तीनों अंगों सहित और भी कई संस्थाएं शौर्य प्रदर्शन करती हैं।
1. गणतंत्र दिवस के दौरान कर्तव्य पथ (राजपथ) पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी होती है।
2. बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में सेना के तीनों अंगों, बीएसएफ, राष्ट्रपति के गार्ड, एसीसी, स्काउट आदि के सशस्त्र अंग शामिल होते हैं जो कदमताल मिलाकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हैं।
2. एनसीसी यानी राष्ट्रीय कैडेट कोर भी परेड में भाग लेता है। इसी के साथ हर स्कूल की स्काउट टीम भी परेड में भाग लेती हैं।
3. परेड में सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के मार्च-पास्ट के साथ-साथ भारतीय वायु सेना के फ्लाई-पास्ट और मोटरसाइकिल टीमों के साहसी करतब भी शामिल होते हैं।
4.गणतंत्र दिवस पर आकर्षण का केंद्र रहता है वायुसेना का फ्लाईपास्ट। करीब 46 विमान 6 अलग-अलग बेस से ऑपरेट किए जाते हैं और वे आसमान में करतब दिखाते हैं। इस बार फ्लाईपास्ट में 29 लड़ाकू विमान, 7 परिवहन विमान, 9 हेलीकॉप्टर समेत कुल 46 एयर क्राफ्ट हिस्सा लेंगे। कर्तव्य पथ के आसमान पर तेजस, राफेल, डॉर्नियर समेत वायुसेना के तमाम अत्याधुनिक उड़ान भरने की तैयारी में हैं।