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Chhath Puja katha: छठ पूजा की पौराणिक कथा

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हमें फॉलो करें Chhath Puja Vrat Katha 2024

WD Feature Desk

, सोमवार, 4 नवंबर 2024 (14:50 IST)
Story of Chhath Puja : इस वर्ष 05 नवंबर को छठ पूजा का महापर्व प्रारंभ होगा। इन 4 दिनों के छठ पर्व महोत्सव में व्रत रखकर व्रतधारी षष्ठी देवी या छठ मैया तथा भगवान सूर्य की उपासना करेंगेस इस पर्व में छठ व्रत कथा सुनी और पढ़ी जाती है।
 
Highlights  
  • छठ पूजा व्रत कथा।
  • छठ पर्व में कौनसी पौराणिक कथा पढ़ीं जाती है?
  • छठ पूजा स्पेशल कथा।
Chhath Puja Vrat Katha 2024
यहां जानते हैं छठ पूजा से जुड़ी पौराणिक कथा के बारे में... 
 
ब्रह्मवैवर्त पुराण में वर्णित छठ पूजा के संबंध में यह उल्लेख मिलता है कि इस पर्व पर छठी माता की पूजा की जाती है। इस व्रत की पौराणिक कथा के अनुसार मनु स्वायम्भुव के पुत्र राजा प्रियव्रत को कोई संतान नहीं थी। महर्षि कश्यप ने पुत्रेष्टि यज्ञ करवाया तब महारानी मालिनी को यज्ञाहुति के लिए बनाई गई खीर दी। 
 
खीर के प्रभाव से एक पुत्र को जन्म दिया परंतु वह शिशु मृत पैदा हुआ। प्रियव्रत पुत्र को लेकर श्मशान गए और पुत्र वियोग में प्राण त्यागने लगे।
Chhath Puja Vrat Katha 2024
उसी वक्त भगवान की मानस कन्या देवसेना प्रकट हुई और उसने कहा कि- सृष्टि की मूल प्रवृत्ति के छठे अंश से उत्पन्न होने के कारण मैं षष्ठी कहलाती हूं। अत: राजन तुम मेरा पूजन करो तथा अन्य लोगों को भी प्रेरित करो। 
 
तब राजा ने पुत्र इच्छा से देवी षष्ठी का व्रत किया और उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। यह पूजा कार्तिक शुक्ल षष्ठी को संपन्न हुई थी। देवी की इस कृपा से राजा बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने षष्ठी देवी की आराधना की। तभी से छठ पूजन का प्रचलन प्रारंभ हुआ। इसके अलावा भी छठ व्रत के संबंध में अनेक कथाएं प्रचलित हैं। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।


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