summer season religious remedies: गर्मी के मौसम में धार्मिक उपाय करते समय प्रकृति और शरीर की आवश्यकताओं का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। अपनी सेहत का ध्यान रखें और गर्मी में अधिक परिश्रम से बचें। किसी भी धार्मिक उपाय को अपनी शारीरिक क्षमता और स्थानीय मौसम के अनुसार ही करें। श्रद्धा और भक्ति का भाव सबसे महत्वपूर्ण है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं:
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पूजा और आराधना में बदलाव:
• शीतल भोग: भगवान को गर्मी से राहत देने वाले भोग लगाएं, जैसे फल, शरबत, मिश्री मिला दूध, दही, लस्सी और नारियल पानी।
• चंदन का प्रयोग: पूजा में चंदन का तिलक और लेप का उपयोग करें, जो शीतलता प्रदान करता है।
• फूल: भगवान को ठंडी तासीर वाले सफेद और सुगंधित फूल अर्पित करें, जैसे चमेली, मोगरा और गुलाब।
• मंत्र जाप: शांति और शीतलता प्रदान करने वाले मंत्रों का जाप करें।
• निर्जला एकादशी: ज्येष्ठ माह की निर्जला एकादशी (6 जून 2025) का व्रत विशेष महत्व रखता है, हालांकि गर्मी में यह कठिन हो सकता है। अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार व्रत रखें।
• फलाहार: यदि आप व्रत रखते हैं, तो केवल फल और तरल पदार्थों का सेवन करें।
दान और सेवा:
• जल दान: प्यासे लोगों और जानवरों को पानी पिलाना सबसे बड़ा धर्म है गर्मी में। सार्वजनिक स्थानों पर पानी के प्याऊ लगवाएं या पानी के बर्तन रखें।
• छाता और वस्त्र दान: गरीबों और जरूरतमंदों को धूप से बचाने के लिए छाते और हल्के रंग के वस्त्र दान करें।
• भोजन दान: गर्मी में ठंडा और सुपाच्य भोजन दान करें।
• पंखे का दान: यदि संभव हो तो हाथ के पंखे या बिजली के पंखे दान करें।
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