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Jammu Kashmir : झेलम का पानी कई इलाकों में घुसा, लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर जाने के आदेश

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सुरेश एस डुग्गर

जम्‍मू , गुरुवार, 4 सितम्बर 2025 (12:01 IST)
Jammu Kashmir weather update News : जम्‍मू कश्‍मीर प्रशासन ने गुरुवार को लासजान, सोइतेग, नौगाम, व्येथपोरा, गोलपोरा, पद्शीबाग, महजूर नगर के लोगों से शालिना बडगाम में कथित दरार के मद्देनजर सुरक्षित स्थानों की ओर रुख करने का आग्रह किया। यहां जारी एक बयान के अनुसार, श्रीनगर जिला प्रशासन द्वारा यह सलाह एक पूर्व-निवारक और एहतियाती उपाय के रूप में जारी की गई है। श्रीनगर जिला प्रशासन ने बताया है कि शालिना, बडगाम में जलस्तर में कथित दरार के कारण, एहतियाती उपाय के तौर पर, लासजान, सोइतेंग, नौगाम, व्येथपोरा, गोलपोरा, पदशाहीबाग, महजूरनगर के निवासियों को इन इलाकों को खाली करने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जाती है।

रिपोर्टों में कहा गया है कि स्थानीय समितियों, मस्जिदों और स्थानीय राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों के माध्यम से सुबह-सुबह इलाके में घोषणाएं की गईं। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और घबराने की ज़रूरत नहीं बताई है। यह बताना ज़रूरी है कि झेलम नदी संगम और राम मुंशी बाग के पास खतरे के निशान को पार कर गई है

हालांकि जलस्तर कम होना शुरू हो गया है और आज सुबह 5:00 बजे दर्ज किए गए गेज स्तर के अनुसार, संगम के पास 20 फुट के खतरे के निशान के मुकाबले 27.48 फुट और राम मुंशी बाग श्रीनगर में 21 फुट के खतरे के निशान के मुकाबले 22.31 फुट पर बह रही थी।
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संगम में झेलम 27.64 और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा 2:00 बजे साझा किए गए गेज स्तर के अनुसार राम मुनीशी बाग में, बडगाम के ज़ूनीपोरा गांव के पास झेलम नदी के बांध में गुरुवार तड़के एक बड़ी दरार आ गई, जिसके परिणामस्वरूप आसपास के कई इलाके जलमग्न हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि इस दरार के कारण शालिना, राख शालिना और बाघी शाकिरशाह गांवों में बाढ़ आ गई। इन इलाकों के निवासियों को रातोंरात निर्दिष्ट बचाव केंद्रों और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि सीरबाग और समरबाग गांवों में अभी भी बाढ़ की आशंका बनी हुई है। बचाव दल इन संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं, जबकि निवासियों को जल स्तर कम होने तक ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
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विस्थापित परिवारों के लिए जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में छह बचाव केंद्र सक्रिय किए हैं। इनमें सरकारी हाईस्कूल वगूरा, सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खंडाह, शेख-उल-आलम हाईस्कूल वगूरा, सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीके पोरा, इस्लामिक पब्लिक हाई स्कूल क्रालपोरा और दार-उल-फ़तह डेंजरपोरा शामिल हैं।
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अधिकारियों ने बताया कि पूरी प्रशासनिक मशीनरी मौके पर मौजूद है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें चौबीसों घंटे राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और घबराने से बचने का आग्रह किया है और कहा कि जान-माल की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
Edited By : Chetan Gour

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