अमृतसर। शिवसेना ने शेर-ए-पंजाब और शहीद भगत सिंह वेलफेयर क्लब की ओर से वेलेंटाइन-डे पर युवाओं में देशभक्ति की अलख जगाने के लिए 'देशप्रेम जागरूकता रैली' निकाली।
वेलेंटाइन-डे पर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की सोशल मीडिया पर फांसी देने वाले चित्रों को पोस्ट कर युवाओं से अपील करते हुए शहीद भगत सिंह वेलफेयर क्लब के फाउंडर और चेयरमैन पार्षद गुरिंद्र सिंह ऋषि ने कहा कि युवाओं का देशप्रेम तो ठीक है लेकिन इतिहास के साथ छेड़खानी की जाना सरासर गलत है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर गलत जानकारी डालकर देशप्रेमियों को आहत किया जा रहा है, जिससे लोगों को परहेज करना चाहिए। गलत जानकारी देशभक्तों का अपमान भी है और यह सायबर अपराध के अंतर्गत भी आता है।
ऋषि ने जानकारी देते हुए कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 7 अक्टूबर 1930 को फांसी की सजा सुनाई गई थी कि उक्त तीनों क्रांतिकारियों को 24 मार्च 1931 को फांसी दी जाएगी। उनके साथ 12 अन्य क्रांतिकारियों को भी अलग-अलग सजाएं सुनाई गई थीं लेकिन देशवासियों के प्रेम के आगे अंग्रेजी हुकूमत सकते में आ गई और विद्रोह को देखते हुए एक दिन पहले यानी 23 मार्च 1931 को ही भगत सिंह और साथियों को फांसी दे दी गई।
उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि देशप्रेम तो करें लेकिन इतिहास के साथ जाने-अनजाने में छेड़खानी न करें। जो युवा देश से प्रेम करते हैं, उन्हें देश के लिए शहीद हुए देशभक्तों के शहीदी दिवसों का सम्मान करना चाहिए।
ऋषि ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि 14 फरवरी को देशप्रेम दिवस के रूप में मनाने के लिए कानून बनाएं, ताकि युवा वेलेंटाइन-डे को भूलकर अपने देशभक्तों के साथ जुड़ें और देश से प्रेम करें। इस अवसर पर क्लब की ओर से देशप्रेम के चिन्ह भी बांटे गए। (वार्ता)