रीवा। रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव की संवेदनशीलता तथा पीड़ितों की सेवा करने की भावना से सर्पदंश पीड़ित महिला को उपचार सहायता समय पर मिल गई, जिससे उसकी जान बच गई।
डॉ. भार्गव ने अपने शासकीय वाहन से पीड़ित महिला को संजय गांधी हॉस्पिटल भिजवाकर उपचार की पूरी व्यवस्था कराई। उन्होंने अधीक्षक डॉ. येपीयेस गहरवार को पीड़ित महिला के उपचार के संबंध में निर्देश दिये। महिला को अस्पताल में भर्ती करके जांच के बाद आवश्यक दवायें दी गई हैं।
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए पूरे प्रदेश के साथ-साथ रीवा संभाग के सभी जिलों में 14 अप्रैल तक प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किएगएहैं। रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव तथा पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर लॉकडाउन का जायजा लेने के लिए सतना जिले के भ्रमण पर गए थे।
भ्रमण से लौटते समय रामपुर बघेलान तथा बेला के मध्य एक मोटरसाइकिल पर महिला सहित 3 व्यक्ति सवार थे। उनकी मोटर साइकिल बड़ी मुश्किल से चल पा रही थी। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने अपनी गाड़ी रोककर उनसे प्रतिबंध के समय मोटसाइकिल में जाने का कारण पूछा।
मोटर साइकिल चलाने वाले सत्यभान सिंह ने बताया कि वे सतना जिले के छिबौरा गांव के रहने वाले हैं। उनके साथ जो युवती है उसका नाम सविता सिंह 21 वर्ष पत्नी राजभान सिंह हैं। इसे घर में काम करते हुए सांप ने काटा है। अन्य वाहन उपलब्ध न होने के कारण आपातकालीन स्थिति में पीड़िता उपचार और उसकी जान बचाने के लिए उसे मोटर साइकिल पर लेकर रीवा जा रहे हैं।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने पीड़ित युवती सविता सिंह को तत्काल अपने शासकीय वाहन से संजय गांधी अस्पताल रीवा भिजवाया। साथ ही उन्होंने अस्पताल के अधीक्षक डॉ. गहरवार को पीड़ित महिला के समुचित उपचार के निर्देश दिए। समय पर वाहन सुविधा तथा उपचार सुविधा मिल जाने से पीड़िता की जान बची। उसके परिजनों ने इस सहायता और मानवीयता के लिए कमिश्नर डॉ. भार्गव का हृदय से आभार व्यक्त किया।