आगरा। ताजमहल में शनिवार को अव्यवस्थाओं का आलम रहा। ताजमहल के दीदार के लिए टिकट खरीदकर भी पर्यटक उसका दीदार नहीं कर सके। जब पर्यटकों ने टिकट के पैसे वापस मांगे तो वे भी नहीं दिए गए जिसकी वजह से ताजमहल के गेट पर पर्यटकों का हंगामा होता रहा। इस दौरान हंगामे की वजह से ताजमहल का गेट भी बंद कर दिया गया। ऐसा दिन में 3 बार हुआ।
राष्ट्रीय स्मारक समिति के अध्यक्ष सैयद मुनव्वर अली ने कहा कि जिन पर्यटकों ने ताजमहल का टिकट खरीदा था, वे आखिर में ताजमहल का दीदार करने से वंचित रह गए और उनके टिकट के पैसे भी वापस नहीं किए गए। इससे उनमें आक्रोश व्याप्त हो गया और उन्होंने अपने पैसे वापस करने की मांग की। इस दौरान वहां तैनात पुलिस और सीआईएसएफ को पर्यटकों को समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
ताज सुरक्षा प्रभारी अंकित नामदेव ने बताया कि शनिवार को भीड़ अधिक होने की वजह से पर्यटकों के प्रवेश और निकास में काफी परेशानी हुई। ताजमहल का गेट सुरक्षा के लिहाज से भीड़ अधिक होने की वजह से 2-3 बार बंद करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि जहां तक टिकट खरीदने वाले पर्यटकों के पैसे वापस करने की बात है तो ऐसा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के नियमों में शामिल नहीं है और न ही उस टिकट का इस्तेमाल दूसरे दिन किया जा सकता है।
अली ने कहा कि देश-विदेश से आए पर्यटक टिकट खरीदकर बिना ताजमहल देखे रह गए, यह तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। उनके टिकट बेकार चले गए और पैसे भी। कायदा यह होना चाहिए कि टिकट यदि इस्तेमाल नहीं हुआ है तो पैसा वापस किया जाना चाहिए। (भाषा)