मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद सुप्रिया सुले ने गुरुवार को कहा कि साइरस मिस्त्री को जिस तरीके से टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाया गया, वह सैद्धांतिक रूप से गलत है।
उन्होंने कहा कि टाटा समूह की कंपनियां सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां हैं और सभी फैसले पारदर्शी तरीके से लिए जाने चाहिए। कुछ मतभेद हो सकते हैं और बोर्ड के पास जो कदम उठाया गया है, वह उठाने का अधिकार है। लेकिन इस मुद्दे पर जिस तरीके से काम किया गया, उस पर मुझे आपत्ति है।
बारामती से सांसद और राकांपा प्रमुख शरद पवार की पुत्री सुले ने कहा कि मेरा मानना है कि जो किया गया है, वह सैद्धांतिक रूप से गलत है। इसे सम्मानित तरीके से किया जाना चाहिए था। सुले को मिस्त्री और उनकी पत्नी रोहिका का नजदीकी मित्र माना जाता है।
मिस्त्री की पारिवारिक कंपनी शापोरजी पल्लोनजी निर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी है। यह टाटा समूह के सबसे बड़े शेयरधारकों में से है। मिस्त्री को सोमवार को अचानक टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटा दिया गया और उनके स्थान पर स्थानीय नियुक्ति होने तक रतन टाटा को 4 माह के लिए अंतरिम चेयरमैन बना दिया गया। (भाषा)