बेंगलुरु। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया ने शुक्रवार को कहा कि एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार द्वारा विश्वास मत हासिल किए जाने का फैसला दोनों सत्ताधारी सहयोगियों द्वारा लिया गया है और कहा कि उनके पास जरूरी आंकड़े हैं।
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने यह भी कहा कि वे रोशन बेग को छोड़कर असंतुष्ट पार्टी विधायकों से बात कर रहे हैं। बेग के पार्टी से निलंबित होने की वजह से उनसे बात नहीं की जा रही है।
उन्होंने यहां कहा कि गुरुवार को यहां चर्चा के बाद हमने यह (विश्वास मत का) फैसला लिया। सत्ताधारी गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद सरकार गिरने के कगार पर है लेकिन कुमारस्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा में घोषणा की कि वे विश्वास मत हासिल करना चाहेंगे।
एक सवाल के जवाब में सिद्धारमैया ने कहा कि जरूरी आंकड़े या भरोसा न होने पर कोई भी विश्वास मत हासिल करने की पहल नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है इसलिए हम विश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं।
सत्ताधारी गठबंधन बहुमत कैसे हासिल करेगा? इस सवाल पर सिद्धारमैया ने कहा कि आप इसका खुलासा कैसे कर सकते हैं? यह आपको तब पता चलेगा, जब विश्वास मत का प्रस्ताव लाया जाएगा। यह कैसे होगा, कौन मौजूद रहेगा, इन चीजों का खुलासा अभी नहीं किया जा सकता।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने भाजपा के कथित तख्तापलट अभियान के पलटवार के तौर पर जवाबी-अभियान चलाए जाने की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी अभियानों में विश्वास नहीं रखती।
उन्होंने इस मामले में न्यायालय द्वारा दिए गए यथास्थिति के आदेश पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। सिद्धारमैया ने हालांकि यह जरूर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष दलबदल विरोधी कानून के तहत विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेने के लिए सक्षम हैं।