झारखंड के सिमडेगा से एक बेहद हैरान करने वाली ख़बर सामने आई है, जहां 8 दिनों से भूखी मासूम बच्ची की मौत हो गई। मौत का करण स्थानीय राशन डीलर से राशन न मिलना था। राशन डीलर ने महीनों पहले उसके परिवार का राशन कार्ड रद्द करते हुए अनाज देने से इनकार कर दिया था। उसका कहना था कि राशन कार्ड आधार नंबर से लिंक नहीं है। जानकारी के अनुसार मासूम बच्ची ने पिछले 8 दिन से खाना नहीं खाया था, जिसके चलते बीते 28 सितंबर को भूख से उसकी मौत हो गई।
इस परिवार को पीडीएस स्कीम के तहत मिलने वाला राशन पिछले कई महीनों से नहीं मिल पा रहा था। कोयली देवी ने बताया कि 28 सितंबर की दोपहर संतोषी ने पेट दर्द होने की शिकायत की। गांव के वैद्य ने कहा कि इसको भूख लगी है। खाना खिला दो, ठीक हो जाएगी।
कोयली देवी ने कहा कि मेरे घर में चावल का एक दाना भी नहीं था, संतोषी भूख के मारे भात-भात कहकर रोने लगी थी। उसके हाथ-पैर अकड़ने लगे। शाम हुई तो मैंने घर में रखी चायपत्ती और नमक मिलाकर संतोषी के लिए चाय बनाई, उसे पिलाने की कोशिश की, लेकिन वह भूख से छटपटा रही थी। देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया।
बच्ची की दर्दनाक मौत के बाद सीएम ने तत्काल पीड़ित परिवार को 50 हजार की सहायता देने का निर्देश दिया। सिमडेगा के डीसी ने बताया कि तीन सदस्यीय जांच कमिटी ने मौत की जांच की है, जिसमें यह बात सामने आई है कि बच्ची की मौत मलेरिया से हुई है। मुख्यमंत्री ने डीसी को 24 घंटे में स्वयं जांच करने का निर्देश दिया है।
वहीं, राज्य के खाद्य और आपूर्ति मंत्री ने कहा कि मामले की जांच की जाएंगी। मंत्री का कहना है कि इस बात को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि राशन कार्ड को आधार से लिंक न करने वालों को भी राशन की सुविधा दी जाएगी।