जयपुर। राजस्थान के जालौर, पाली और सिरोही में कल रात से जारी मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। जालौर जिला प्रशासन बचाव कार्य में वायुसेना की मदद ले रहा है। वर्षाजनित हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई जबकि दो को बचा लिया गया है।
राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया और राज्य के प्रमुख शासन सचिव (आपदा राहत) हेमंत गेरा ने बताया कि मौसम विभाग की दक्षिण पूर्वी राजस्थान में मूसलाधार वर्षा की चेतावनी को देखते जालौर, पाली, जोधपुर, सिरोही और बाडमेर में रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
गेरा के अनुसार, वायुसेना के हेलीकाप्टर ने दो बार उडान भी भरी लेकिन दोनों बार लोगों को नहीं निकाला जा सका। तीनों जिलों के जिला कलेक्टर को बचाव के लिए हरसंभव मदद लेने और बचाव कार्य तेजी से चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि सिरोही में जिला प्रशासन के बचाव दलों ने करीब तेरह सौ लोगों को और जालौर में चार लोगों को निकाला है। जालौर जिले में जवाई बांध में पानी की अधिक आवक होने के कारण पानी छोडने के लिए दरवाजे खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि माउंट आबू में कल रात से 775 मिमी बारिश हो चुकी है।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार सिरोही, जालौर और पाली जिले के कई इलाकों में तीन से पांच फुट तक पानी भरा हुआ है। खेरवाडा (उदयपुर) थानाधिकारी रतन सिंह के अनुसार पानी के तेज बहाव में जीप के बह जाने से उसमें सवार बडला गांव निवासी विमला मीणा (30) और उसकी बेटी जशोदा (7) की मौत हो गई, जबकि चालक समेत दो लोगों को ग्रामीणों ने बचा लिया।
उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी तरुण जैन के अनुसार, जोधपुर मण्डल के भीलडी-समदडी रेलखंड में ट्रेक के नीचे पानी भर जाने के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है। (भाषा)