केदारनाथ। Morari Bapu in Kedarnath : केदारनाथ मन्दिर परिसर में लगे एक बड़े नोटिस बोर्ड पर हिन्दी और अंग्रेजी में लिखा है- 'मंदिर के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी वर्जित है।' एक साइन बोर्ड लोगों को यह भी चेतावनी भी देता है कि वे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हैं, लेकिन इस बोर्ड के लगने के बावजूद कांग्रेस ने गर्भगृह के अंदर प्रख्यात कथावाचक मोरारी बापू की एक वायरल तस्वीर पर सवाल उठाया है।
श्री बद्री केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने दावा किया कि तस्वीरें एक तीर्थयात्री ने 'भावना के आवेश में' खींची थीं। कथित तौर पर शुक्रवार को ली गई वायरल तस्वीरों में मोरारी बापू को हिमालयी मंदिर के गर्भगृह के अंदर प्रार्थना करते हुए दिखाया गया है।
अपनी राम कथाओं के लिए जाने जाने वाले मोरारी बापू केदारनाथ से शुरू होकर 12 ज्योतिर्लिंगों में कथा सुनाएंगे। उत्तराखंड कांग्रेस नेता और पूर्व बीकेटीसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि बीकेटीसी के आदेशों का बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है।
कुछ दिन पहले ही समिति ने कहा था कि केदारनाथजी के गर्भगृह के अंदर किसी भी वीडियो रिकॉर्डिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन इसके कुछ ही दिन में गर्भगृह को दिखाने वाला एक वीडियो वायरल होने से एस आदेश की हकीकत सामने आ गई।
बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि सरकार कुछ भी संभालने में सक्षम नहीं है। लोगों ने बहुत उम्मीद के साथ इस सरकार को चुना क्योंकि उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के वादे किए थे। ऐसा नहीं हुआ। इसकी बजाय हमारे देवालय तक सुरक्षित नहीं हैं। समिति के आदेशों का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है और प्रभावशाली लोग कैमरे लेकर वहां जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर केदारनाथ गर्भगृह की तस्वीर वायरल होने के बाद बीकेटीसी ने मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की गहन जांच की और उस व्यक्ति को ढूंढ लिया जिसने इसे क्लिक किया था। उस व्यक्ति का नाम सामने आते ही उसने कार्रवाई के डर से लिखित में माफी मांगी है।
यह व्यक्ति इंदौर निवासी तीर्थयात्री है जिसने अपने कृत्य के बदले में तीर्थयात्री ने बीकेटीसी फंड में 11,000 रुपए का विशेष दान देते हुए माफ़ी भी मांग ली है। अपने माफीनामे में तीर्थयात्री ने कहा कि जब प्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू गर्भगृह में पहुंचे तो वह भी वहां मौजूद थे।
भावुक होकर उन्होंने गर्भगृह में शिवलिंग के साथ बापू की फोटो खींची और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। तीर्थयात्री ने यह भी कहा है कि गर्भगृह के अंदर मंदिर के कर्मचारियों ने उसे तस्वीरें न लेने की हिदायत दी थी, लेकिन उसने भावुक होने के कारण चुपचाप तस्वीर खींच लीं। Edited By : Sudhir Sharma