मेरठ। शुक्रवार सुबह निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में चारों आरोपियों मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को शुक्रवार सुबह 5.30 बजे फांसी दे दी गई।
इन आरोपियों को मेरठ के रहने वाले पवन जल्लाद ने फांसी पर लटकाया। पवन जल्लाद को प्रति फांसी 15 हजार रुपए के हिसाब से 60 हजार रुपए दिए गए। मिली जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति को फांसी पर लटकाए जाने की फीस 15 हजार रुपए है।
डेथ वॉरंट के अनुसार 20 मार्च को सुबह निर्भया कांड के चारों दोषियों को फांसी देने की तारीख तय की गई थी। इनको फांसी देने के लिए पवन जल्लाद पहले भी दो बार तिहाड़ जेल पहुंचा था, लेकिन ये शातिर अपराधी कानूनी दांव-पेंच आजमाकर अपनी फांसी की सजा आगे बढ़वाते रहे थे और जल्लाद को वापस लौटना पड़ा था।
पवन जल्लाद ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी के 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान से प्रभावित है और इससे बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली है। अब बेटियों के साथ अत्याचार होने पर तत्काल सुनवाई होने लगी है और समाज में भी जागरूकता आई है। बेटियों को बचाए जाने पर ही समाज सुरक्षित रहेगा।
निर्भया की मां आशादेवी ने कहा कि यह मामला काफी लंबा खिंच गया था, लेकिन देर से ही सही, मेरी बेटी को इंसाफ मिल गया है।