लखनऊ। उत्तरप्रदेश में उपचुनाव को देखते हुए जहां विपक्षी पार्टियां योगी सरकार को प्याज के बढ़े दामों को लेकर घेरने की तैयारी कर रही थीं तो वहीं बीजेपी को प्याज के बढ़े दामों को लेकर उपचुनाव में हो सकते नुकसान को साफतौर पर देख रही थी। इसके चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में विक्रय केंद्र खोलने के निर्देश दे डाले हैं।
योगी सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन विक्रय केंद्र से प्याज बाजार में बिकने वाले दामों से कहीं ज्यादा सस्ते होंगे। आनन-फानन में हुई मुख्य सचिव की बैठक में प्याज की बढ़ती कीमतों पर विचार-विमर्श करते हुए सरकार ने सस्ते प्याज बेचने के लिए पहल बनाई है और मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कम कीमतों में आम जनमानस तक प्याज पहुंचाने के लिए ज्यादातर सभी जिलों में विक्रय केंद्र खोलने और प्याज की कमी दूर करने के लिए केंद्र सरकार के राज्य की संस्थानों से प्याज मंगाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि मंडी परिषद भी फुटकर बिक्री के लिए खोले गए विक्रय केंद्र में अधिक से अधिक प्याज उपलब्ध कराकर बिक्री चालू करें। यह सारे कड़े दिशा-निर्देश देर शाम लखनऊ के लोक भवन में हुई बैठक के दौरान दिए गए हैं।
बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि प्याज की बढ़ी कीमतों की मुख्य वजह जमाखोरी है और इनके विरुद्ध भी व्यापक अभियान चलाकर रोजाना कार्रवाई कर शासन को उसका ब्योरा भी उपलब्ध कराया जाए। साथ ही विक्रय केंद्र से बिकने वाले प्याजों की संपूर्ण जानकारी शासन को दी जाए।
प्रमुख सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण सुधीर गर्ग ने बताया कि प्रदेश में बैठक के ठीक बाद पहले चरण में 14 जिलों में 24 केंद्र खोलें जा चुके हैं। बचे हुए 16 जिलों में आज से खुल जाएंगे।
लखनऊ जिले में 12, प्रयागराज में 4, मुरादाबाद में 4, सहारनपुर में 2, रामपुर, आगरा, अलीगढ़, मेरठ, बरेली, बाराबंकी, शाहजहांपुर, बदायूं, बहराइच, सिद्धार्थनगर में 1-1 प्याज विक्रय केंद्र खोले गए हैं। फैजाबाद, गोरखपुर, वाराणसी, बस्ती, अयोध्या, उन्नाव, मथुरा, बुलंदशहर, गाजीपुर, कन्नौज, भदोही, फर्रुखाबाद, आजमगढ़, मिर्जापुर एवं कानपुर नगर में 1-1 विक्रय केंद्र खोले जाने हैं।