नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रवार को उस समय करारा झटका लगा जब तृणमूल कांग्रेस के संस्थापकों में शामिल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकल राय भाजपा में शामिल हो गए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने यहां पार्टी मुख्यालय में राय के पार्टी में शामिल होने की विधिवत घोषणा की। इस अवसर पर पार्टी महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे। इससे पहले राय ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की।
प्रसाद ने कहा कि राय ने बिना शर्त भाजपा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी और पार्टी पूरी विनम्रता और उत्साह के साथ उनका स्वागत करती है। उन्होंने विश्वास जताया कि राय के पार्टी में आने से भाजपा का पश्चिम बंगाल में विस्तार होगा और पार्टी संगठन को उनके अनुभव का लाभ मिलेगा।
मुकुल राय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की बहाली उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि मैं बंगाल में लोकतंत्र की बहाली के लिए काम करूंगा, वह मेरा पहला काम होगा। मैं राष्ट्रीय स्तर का नेता हूं, मैं यह देखने का प्रयास करूंगा कि बंगाल में लोग कम से कम अपनी पसंद के अनुसार मतदान कर सकें। अगर लोग पंचायत चुनावों में अपने मत दे सकें तो भाजपा कम से कम पांच जिला परिषदों में तृणमूल कांग्रेस से सत्ता छीन लेगी।
राय ने कहा कि वह संगठन के व्यक्ति हैं और बंगाल के लोग तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ हो गए हैं। वह आश्वस्त हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव और 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा विजयी होगी।
उधर राय के भाजपा में शामिल होने पर उनके राज्य पश्चिम बंगाल में मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की गई। तृणमूल कांग्रेस ने इस घटनाक्रम को कोई महत्व देने से इंकार किया वहीं भाजपा की राज्य इकाई ने इसका स्वागत किया। (एजेंसियां)