नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में बृहस्पतिवार को आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान द्वारा एक राजनीतिक पार्टी पर पिछले साल उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में भूमिका का आरोप लगाए जाने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्षी भाजपा के विधायकों के बीच तीखी बहस हुई।
विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने मार्शलों को भाजपा विधायक अनिल वाजपेयी को सदन से बाहर करने का निर्देश दिया। भाजपा विधायक अपना विरोध जताने के लिए सदन के बीचों बीच आ गए थे। विधानसभा अध्यक्ष ने इसके बाद भाजपा विधायक को पूरे दिन के लिए सदन से बाहर रहने का आदेश दिया। गोयल ने हंगामे के बीच सदन को स्थगित कर दिया।
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक खान ने पिछले साल फरवरी के अंत में हुए सांप्रदायिक दंगों पर रिपोर्ट पेश करते हुए यह आरोप लगाया। खान विधानसभा के अल्पसंख्यक कल्याण समिति के अध्यक्ष हैं।
गोयल ने राजनीतिक पार्टी का नाम रिकॉर्ड से हटाने का निर्देश दिया और सदन की कार्यवाही फिर से बहाल की। उन्होंने भाजपा सदस्यों के जबरदस्त विरोध के बीच समिति की रिपोर्ट पर खान को आगे बोलने से भी रोक दिया।
पिछले साल नागरिकता कानून के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष के बाद 24 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगा भड़क गया था, जिसमें 53 लोगों की मौत हुई थी और स्कूल, धार्मिक स्थलों और संपत्ति को व्यापक क्षति पहुंची थी।