मुंबई। महाराष्ट्र के मंत्री चन्द्रकांत पाटिल ने अपने उस बयान के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं से लिखित माफी मांगी है जिसमें उन्होंने कहा था कि महत्वपूर्ण पदों के लिए उच्च चरित्र वाले लोगों को ढूंढना मुश्किल हो गया है।
भाजपा सदस्य पाटिल ने कहा कि उनका बयान पार्टी कार्यकर्ताओं के बारे में नहीं था। मंत्री ने बीड़ जिले के मजालगांव में 25 दिसंबर को शिक्षकों की एक सभा में कहा था कि महत्वपूर्ण पदों के लिए उच्च चरित्र वाले लोगों को ढूंढना मुश्किल हो गया है।
इस बयान को संगठन में विभिन्न पदों के इच्छुक भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ समझा गया और यह पार्टी में असंतोष का कारण बना। पाटिल ने कहा कि मैं पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं चाहता था। यदि कोई गलतफहमी पैदा हुई तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।
कैबिनेट मंत्री ने अपने माफी पत्र में कहा कि देश तेजी से तरक्की कर रहा है और रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे है। अब असल परीक्षा अपने चरित्र निर्माण को लेकर है। महत्वपूर्ण पदों के लिए उच्च चरित्र वाले लोगों को ढूंढना मुश्किल हो गया है। उच्च चरित्र वाले लोग बनाने का कर्तव्य शिक्षकों का है। प्रदेश भाजपा की पाक्षिक पत्रिका 'मनोगत' के ताजा संस्करण में यह पत्र प्रकाशित हुआ है। (भाषा)