बुंदेलखंड। 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड के छतरपुर जिले के अंगरोठा गांव में जल संरक्षण का काम कर रहीं बबीता राजपूत का जिक्र करते हुए उनकी तारीफ की और कहा कि अगरौठा गांव की 19 वर्षीय बबीता ने करीब 200 महिलाओं की अगुआई कर एक पहाड़ी को काट सूखी झील को नदी से जोड़ने का अद्भुत काम किया है।
उनके इस कार्य से हम सभी को प्रेरणा मिलती है कि अगर कुछ करना चाहे इंसान कुछ भी कर सकता है। इसके बाद से ही देशभर में बबीता राजपूत की चर्चा हो रही है।
बबीता राजपूत के द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेने के लिए वेबदुनिया के संवाददाता ने बुंदेलखंड के अपने सहयोगी के द्वारा बबीता राजपूत से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि वे छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा क्षेत्र की रहने वाली हैं।
बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा बबीता ने कहा कि वे अपने आपको भाग्यशाली मानती हैं तथा अब और तेजी से जल संरक्षण कि लिए कार्य करेंगी । उन्होंने बताया कि यहां पर एक सूखी झील पड़ी हुई थी जिसके चलते यहां पर पानी की बेहद समस्या थी।
इसे लेकर कुछ महिलाओं के साथ 107 मीटर लंबी खाई खोदकर पहाड़ को काट दिया। इससे गांव में सुखी पड़ी झील से जोड़ा जा सका और अब गांव के लोग पानी के संकट से मुक्त हो जाएंगे। बबीता राजपूत ने बताया कि इस कार्य को पूरा करने में 15 माह से अधिक समय लगा लेकिन हम सब कामयाब हुए, वहीं असंभव को संभव कर दिखाने वाली बबीता राजपूत और मेहनती महिलाओं की गांव ही नहीं, आज समूचे इलाके के लोग सराहना कर रहे हैं।
बबीता ने बताया कि वह एक गरीब परिवार से है इसलिए पैसे की तंगी के चलते उसके परिवार वाले उसे किसी अच्छे कॉलेज में जिले से बाहर किसी शहर में पढ़ने नहीं भेज सके। (इनपुट भाषा)