नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के सलाहकार वी के. जैन ने व्यक्तिगत कारणों और पारिवारिक प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब है कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई कथित हाथापाई के मामले में कुछ ही दिन पहले पुलिस ने जैन से पूछताछ की थी। घटना के बाद से ही जैन मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं आ रहे थे और एक सप्ताह की मेडिकल छुट्टी पर थे।
सूत्रों ने कहा कि जैन ने व्यक्तिगत कारणों और पारिवारिक प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री के सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय को अपना इस्तीफा सौंप कर उसकी एक प्रति उपराज्यपाल को भेज दी है।
गौरतलब है कि दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के सीईओ पद से सेवा निवृत्त होने के कुछ ही दिन बाद जैन को सितंबर, 2017 में इस पद पर नियुक्त किया गया था। बोर्ड के अध्यक्ष केजरीवाल हैं।
मुख्यमंत्री आवास पर 19 फरवरी को हुई एक बैठक के दौरान आप के विधायकों ने प्रकाश के साथ कथित रूप से हाथापाई की थी।
दिल्ली पुलिस ने पिछले सप्ताह अदालत को सूचित किया था कि पूछताछ के दौरान जैन ने खुलासा किया है कि केजरीवाल के आवास पर आप विधायकों प्रकाश जारवाल और अमानतुल्ला खान ने मुख्य सचिव को घेर लिया और उनके साथ हाथापाई की। जैन ने पहले कहा था कि उन्होंने कुछ नहीं देखा है क्योंकि घटना के वक्त वह शौचालय गए थे।
प्रकाश के साथ हुई कथित हाथापाई के वक्त मुख्यमंत्री केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी उपस्थित थे।
प्रकाश के साथ एकजुटता जताते हुए आईएएस और दिल्ली, अंडमान निकोबार द्वीप समूह सिविल सेवा के अधिकारी आप के मंत्रियों द्वारा आयोजित बैठकों में भाग नहीं ले रहे हैं, और उनके साथ सिर्फ लिखित में बातचीत कर रहे हैं।
दिल्ली सरकार के कर्मचारियों के संयुक्त मंच ने इस संबंध में केजरीवाल और सिसोदिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। (भाषा)