नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आप को कर से दी गई छूट को खत्म करने के आयकर विभाग के नोटिस को ‘बदले की राजनीति की पराकाष्ठा’ बताया। आप ने केंद्र पर प्रतिद्वंद्वी पार्टियों को बदनाम करने के लिए जांच एजेंसियों के इस्तेमाल का आरोप लगाया।
आप के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दीपक बाजपेई ने आयकर विभाग की कार्रवाई को ‘अभूतपूर्व’ करार देते हुए कहा कि पहली बार दस रुपए तक के चंदे को कर के दायरे में रखा गया है।
भारतीय राजस्व सेवा के पूर्व अधिकारी केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'भारत के इतिहास में एक राजनीतिक दल के सभी चंदे को अवैध घोषित कर दिया गया है। इन सबका हिसाब-किताब है और खाते में दिखाया गया है। यह बदले की राजनीति की पराकाष्ठा है।'
आयकर विभाग ने आम आदमी पार्टी (आप) पर दिल्ली के एक हवाला ऑपरेटर के मार्फत दो करोड़ रुपए की प्राप्तियां दर्ज करने और उन्हें चंदा दिखाने का आरोप लगाते हुए नोटिस दिया है। आयकर विभाग ने वर्ष 2015-16 के लिए आप को राजनीतिक दल के रूप में मिली कर छूट खत्म कर दी है। विभाग ने पार्टी की आय के ताजा आकलन में उस पर ये आरोप लगाए हैं।
इसी बीच कांग्रेस और भाजपा ने आप की फंडिंग को लेकर आज जांच की मांग की। संवाददाता सम्मेलन के दौरान दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अजय माकन ने कहा कि केंद्र को आम आदमी पार्टी के चंदे की पूरी जांच का आदेश देना चाहिए।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता मनोज तिवारी ने कहा कि एक-दूसरे पर आरोप लगाने की बजाय आप को आयकर विभाग द्वारा दिये गए नोटिस को लेकर अधिकारियों को संतुष्ट करना चाहिए। (भाषा)